वैसे तो मौसम ने न्यूजीलैंड-भारत सीरीज पर बुरी तरह असर डाला और इस सीरीज को सबसे ज्यादा खराब मौसम के लिए याद रखेंगे पर एक ख़ास बात ये हुई कि नेपियर में तीसरा और आख़िरी टी20 इंटरनेशनल टाई रहा-डीएलएस सिस्टम की बदौलत। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है। जीत के लिए 161 रन की जरूरत और भारत का स्कोर 9 ओवर बाद 75/4- बरसात ने यहीं मैच रोक दिया। लगातार बारिश तो डीएलएस (डकवर्थ-लुईस-स्टर्न) सिस्टम लागू हुआ- तब भी विजेता नहीं मिला। डीएलएस सिस्टम ने 75 का स्कोर निकाला और मैच टाई।
ये डीएलएस सिस्टम स्कोर के साथ टाई होने वाला सिर्फ तीसरा टी20 इंटरनेशनल है लेकिन पहला ऐसा जिसमें बड़ी टीम शामिल थीं। वैसे डीएलएस सिस्टम या उससे पहले के डीएल सिस्टम का जिक्र आने पर कई मैच के किस्से खूब मशहूर हैं पर एक कम चर्चित लेकिन मजेदार मैच और है जिसमें दक्षिण अफ्रीका की टीम शामिल थी। ये था तो वनडे इंटरनेशनल जो इस सिस्टम से टाई रहा। टाई कैसे हुआ- यही मजेदार बात है। इस टाई ने ऐसा असर डाला कि दक्षिण अफ्रीका इसकी वजह से वर्ल्ड कप से ही बाहर हो गया।
3 मार्च 2003 का दिन और वर्ल्ड कप का 40 वां मैच- मुकाबले पर दक्षिण अफ्रीका टीम श्रीलंका के विरुद्ध अपने आख़िरी ग्रुप बी मैच में। ऑस्ट्रेलिया के साथ सेमीफाइनल में मुकाबले से 4 साल पहले वर्ल्ड कप से बाहर हुए थे दक्षिण अफ्रीका वाले और तब भी हर किसी ने कहा था वे बदकिस्मत रहे- उसी रिकॉर्ड को बदलने का मौका था 2003 में और सुपर 6 में जगह के लिए श्रीलंका को इस मैच में हराना जरूरी था। कैसे इस मौके को गंवाया- यही स्टोरी है। उनकी ख़राब किस्मत ने न्यूजीलैंड को मौका दे दिया सुपर 6 में खेलने का।