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हैप्पी बर्थडे सौरव गांगुली: 47 के हुए दादा,जानिए उनसे जुड़े कुछ खास बातें

अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम की काया पलट करने वाले पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सौरव गांगुली आज अपना 47वां बर्थडे मना रहे हैं। आइए खास मौके पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।  जन्म स्थान एवं पूरा

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma July 08, 2019 • 12:47 PM
Sourav Ganguly
Sourav Ganguly (Image Source: ICC)
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अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम की काया पलट करने वाले पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सौरव गांगुली आज अपना 47वां बर्थडे मना रहे हैं। आइए खास मौके पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें। 

जन्म स्थान एवं पूरा नाम

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सौरव गांगुली का जन्म 8 जुलाई साल 1972 को कोलकाता में हुआ और इनका पूरा नाम सौरव चंडी दास गांगुली है। कहा जाता है कि सौरव गांगुली का परिवार बहुत बड़ा है और सब लोग एक साथ रहते है। उनके घर में करीब 30 से भी ज्यादा लोग है जिनके रहने और बाकी कर जरूरत के लिए 45 से भी अधिक कमरे बनाये गए है।

इन नामों से प्रसिद्ध 

सौरव गांगुली का परिवार वेस्ट  बंगाल के आमिर घरानों में से एक है। बचपन से उनके दोस्त और उनके माता पिता उन्हें किंग के नाम से बुलाते है। इंटरनेशनल  क्रिकेट खेलने के दौरान कमेंटेटर जैफ्री बॉयकॉट ने उन्हें एक मैच में ''प्रिंस ऑफ़ कोलकाता का '' ख़िताब दिया। साथ ही वो भारतीय क्रिकेट जगत में 'दादा' के नाम से जाने जाते है।

बाएं हाथ के खिलाड़ी बनने का कारण

सौरव बचपन में अपना सारा काम जैसे लिखना,खाना गेंदबाजी करना अपने दाएं हाथ से ही करते थे, लेकिन अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली जो की बाएं हाथ के खिलाड़ी थे उनका क्रिकेट किट इस्तेमाल करने के लिए बाएं हाथ के बल्लेबाज बन गए।

रणजी टीम में लगी थी भाई की जगह

सौरव गांगुली ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू साल 1989 में बंगाल के लिये किया। मजे की बात ये है कि सौरव को उनके बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली के जगह पर ही बंगाल रणजी टीम में जगह मिली थी।

इंटरनेशनल डेब्यू 

सौरव गांगुली ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू  11 जनवरी साल 1992 को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से किया मगर अपने  ख़राब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा जिसके बाद गांगुली ने साल 1992 में अपने घर में ही एक गेंदबाजी मशीन खरीद ली ताकि वो वो अपने बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान दे सके। 

एक यादगार टेस्ट डेब्यू

सौरव गांगुली ने साल 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर अपना टेस्ट डेब्यू किया और उन्होंने पहली पारी में ही शतक जमाते हुए 131 रन बनाए। वो लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू मैच में शतक ज़माने वाले वर्ल्ड के तीसरे बल्लेबाज है। उनसे पहले ये कारनामा हैरीग्राहम और जॉन हैम्पशायर ने किया है।

बनाया है ये अनोखा रिकॉर्ड

सौरव गांगुली का नाम वर्ल्ड के ऐसे 5 क्रिकटरों में आता है जिन्होंने अपने करियर में 10,000 रन, 100 से ज़्यादा कैच और 100 से ज्यादा विकेट लिए हो। गांगुली के साथ इस लिस्ट में महान ऑलराउंडर जैक्स कैलिस ,सचिन तेंदुलकर,दिलशान और  सनथ जयसूर्या का नाम भी शामिल है।

गांगुली ने भारत को दिये कई बड़े खिलाड़ी

सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी के दौरान हमेशा से नये चेहरे को मौका दिया और उन्हें खुल सपोर्ट भी किया जिससे उनका बेहतरीन खेल निकलकर सामने आ सके। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, जहीर खान तथा महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े खिलाड़ियों को टीम इंडिया का स्टार बनाया।


शुभम शाह


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