Vijay Merchant: कुछ दिन पहले, इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप में ट्रेंट ब्रिज में, नॉटिंघमशायर-लेंकशायर मैच में, नॉटिंघमशायर की 9 विकेट से जीत में एक ऐसा प्रदर्शन देखने को मिला जो सालों में कभी दिखाता है कोई क्रिकेटर। लेंकशायर के 331 के जवाब में नॉटिंघमशायर ने 503 रन बनाए और इसमें इंग्लैंड के लिए 10 टेस्ट खेल चुके, ओपनर हसीब हमीद (Haseeb Hameed) का रिकॉर्ड था- 459 गेंद (622 मिनट) पर 247* रन यानि कि आखिर तक आउट नहीं हुए। लेंकशायर दूसरी पारी में 251 पर आउट और नॉटिंघमशायर ने जीत के लिए जो 81-1 बनाए उनमें हसीब का स्कोर 24* था- इसमें भी जब तक पारी चली, आखिर तक आउट नहीं हुए। नोट करने वाली बात ये भी है कि लेंकशायर की दोनों पारी में फील्डिंग भी की। इसका मतलब ये हुआ कि जितनी देर ये मैच चला- वे ग्राउंड पर थे।
वे पूरे मैच के दौरान ग्राउंड पर थे और कुल समय रहा- 23 घंटे और 45 मिनट। क्रिकेट एटलस में ये एक ऐसा रिकॉर्ड है जो बहुत कम ओपनर के नाम है- दो बार पारी शुरू कर आखिर तक आउट नहीं, दूसरी टीम की दो पारी में फील्डिंग और साथ में जीत। जब ऐसा अद्भुत रिकॉर्ड बनाने वाले और ओपनर ढूंढे गए तो एक नाम, एक भारतीय ओपनर का भी निकला- वे गजब के ओपनर थे पर उनके नाम पर ऐसे अनोखे रिकॉर्ड का कहीं जिक्र नहीं है। इस बार उन्हीं की बात करेंगे।
ये थे विजय मर्चेंट- वही जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 71 का औसत दर्ज किया और सिर्फ डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड इससे बेहतर है। उनके समय में टेस्ट कम होते थे इसलिए 18 साल के करियर में सिर्फ 10 टेस्ट खेले (सभी इंग्लैंड के विरुद्ध) और रिकॉर्ड रहा- 10 टेस्ट में 47.72 औसत से 859 रन, रणजी ट्रॉफी में 98.75 औसत से 3639 रन और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 71 की औसत से 13000+ रन। दो बार इंग्लैंड टूर पर गए (दोनों के बीच 10 साल का फर्क था), बेहतरीन बल्लेबाजी की, दोनों टूर में कुल 4000+ रन बनाए। जिस रिकॉर्ड की यहां बात कर रहे हैं वह उन्होंने इनमें से एक इंग्लैंड टूर में ही बनाया था। गजब के बल्लेबाज थे।