टेस्ट इतिहास के टॉप 10 बल्लेबाजी प्रदर्शन
क्रिकेट में आए दिन कोई न कोई खिलाड़ी बड़ी औऱ धमाकेदार पारियां खेलकर अपना नाम रिकॉर्डबुक में दर्ज करा रहा है। लेकिन उनकी उस पारी का महत्व तभी रहता है जब वह टीम को जीत दिलाने में काम आती हैं
क्रिकेट में आए दिन कोई न कोई खिलाड़ी बड़ी औऱ धमाकेदार पारियां खेलकर अपना नाम रिकॉर्डबुक में दर्ज करा रहा है। लेकिन उनकी उस पारी का महत्व तभी रहता है जब वह टीम को जीत दिलाने में काम आती हैं नही तो उन्हें शायद ही कोई याद रख पाता है । आइए हम आपको बताते हैं क्रिकेट की बाइबल कहीं जाने वाली विजडन पत्रिका द्वारा चुनी गई टेस्ट क्रिकेट की 10 सबसे बेहतरीन पारियों के बारे में । इन खिलाड़िय़ों ने अहम मौकों पर एतेहासिक पारी खेलकर अपनी टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई थी। पेश है ब्यौरा......
1.डॉन ब्रैडमैन 270 रन बनाम इंग्लैंड, मेलबर्न(1936-37)
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1936 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में डॉन ब्रैडमैन को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी करने का मौका मिला था। लेकिन कप्तानी से उनके खेल पर असर पड़ा और शुरूआत के दोनों टेस्ट मैचों में वह एक भी रन नहीं बना पाए। जिसके चलते पहले 2 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया को बड़े अंतर से इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। तीसरे टेस्ट मैच के दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलिया के 5 विकेट केवल 97 रन पर गिर गए थे तो ब्रैडमैन बल्लेबाजी करने मैदान पर आए। बल्लेबाजी करते हुए ब्रैडमैन ने अपने करियर की सबसे शानदार पारियों में से एक पारी खेली। जैक फिंग्लेटों के साथ मिलकर ब्रैडमैन ने रिकॉर्ड 346 रन की पार्टनरशिप करके एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया था । ब्रैडमैन ने 375 गेंदों पर 270 रनों की लाजबाव पारी खेली थी जो क्रिकेट के इतिहास में डॉन ऑफ क्रिकेट के द्वारा खेली गई सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी।
ब्रैडमैन द्वारा खेली गई उस शानदार पारी की बदौल ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा टेस्ट मैच 365 रन से जीता था। डॉन ब्रैडमैन ने 810 रन बनाकर उस सीरीज के सबसे सफल बल्लेबाज रहे थे।
2.ब्रायन लारा – 153 नॉट आउट , बनाम ऑस्ट्रेलिया (1998-99)
1998–99 में ऑस्ट्रेलिया के वेस्टइंडीज दौरे पर ब्रिजटाउन के मैदान पर ब्रायन लारा के द्वारा खेली गई 153 रनों की पारी को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुई पर खेली गई महान पारी के तौर पर याद किया जाता है। तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ ने 199 रन की पारी खेली थी जिसके बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 490 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया था । इसके जबाव में वेस्टइंडीज की शुरूआत बेहद ही खराब रही थी और उसके 6 विकेट केवल 98 रन पर गिर गए थे। मुश्किल वक्त में वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज शेरविन कैम्पबेल ने 105 रन की पारी खेली जिसके काऱण वेस्टइंडीज की पहली पारी 329 पर समाप्त हुई। दूसरी पारी में कैरेबियाई गेंदबाजों का जादू चला और ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम केवल 146 रन पर सिमट गई। जिसके बाद वेस्टइंडीज के सामनें जीत के लिए 308 रनों का लक्ष्य था । लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की शुरूआती 3 विकेट जल्द ही गिर गए, उस वक्त लारा 2 रन बनाकर मैदान पर बल्लेबाजी कर रहे थे। अगले दिन जब लारा बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे तो अपनी बल्लेबाजी का जो कारनामा लारा ने किया वह आज तक क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में कैद है । टेस्ट के आखरी दिन लारा ने बेहद ही उम्दा बल्लेबाजी करते हुए नॉट आउट 153 रन की पारी खेली। लारा की इस पारी के बदौलत ही वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 1 विकेट से हराया था। लारा को शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला था।
3.ग्राहम गूच – 154 नॉट आउट बनाम वेस्टइंडीज (1991)
हेडिंग्ले में इंग्लैंड के ग्राहम गूच ने वेस्टइंडीज तेज गेंदबाजी अटैक के सामनें शानदार बल्लेबाजी करते हुए 154 रन की पारी खेली थी। गूच के इस पारी में खासियत ये थी कि मैच के दौरान हेडिंग्ले की पिच बेहद ही खतरनाक थी। मुश्किल भरे माहौल में गूच ने जो पारी खेली वो क्रिकेट के इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी । ग्राहम गूच ने अपनी इस पारी में 18 चौके शामिल थे। ग्राहम गूच की इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने 1969 के बाद पहली बार वेस्टइंडीज को इंग्लैंड में मात दी थी।
4. इयान बॉथम- 149 नॉट आउट बनाम ऑस्ट्रेलिया (1981)
1981 एशेज सीरीज में हेडिंग्ले में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में इयान बॉथम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नॉटआउट 149 रन की पारी खेली थी और अपनी टीम को एक नामुमकिन सी जीत दिलाई थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 401 रन का स्कोर खड़ा किया जिसके जबाव में इंग्लैंड की पहली पारी 174 रन पर सिमट गई और इंग्लैंड को फॉलोऑन खेलने उतरना पड़ा । दूसरी पारी में इंग्लैंड की बल्लेबाजी एक बार फिर लड़खड़ा गई थी और 7 विकेट केवल 135 रन पर गिर गए थे। लेकिन बॉथम एक छोर पर टिके रहे और ग्राहम डिले के साथ केवल 80 मिनट में आठवें विकेट के लिए 117 रन जोड़ डाले। इसके बाद क्रिस ओल्ड के साथ नौवें विकेट के लिए 67 औऱ बॉब विलिस के साथ मिलकर दसवें विकेंट के लिए 37 रन जोड़े थे।
जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई को जीत के लिए 130 रन का छोटा सा लक्ष्य मिला। इसके बाद बॉब विलिस ने जादुई गेंदबाजी करी थी और केवल 43 रन देकर ऑस्ट्रेलिया को 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था। एक समय मजबूत दिख रही ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 111 रन पर ही सिमट गई थी और इंग्लैंड 18 रन से मैच जीती थी। बॉथम की इस पारी की पूरे क्रिकेट जगत में काफी सराहना हुई थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह दूसरा मौका था जब कोई टीम फॉलोऑन करते हुए मैच जीती थी।
5. डॉन ब्रैडमैन – 299 नॉट आउट बनाम साउथ अफ्रीका (1931-32)
फरवरी 1932 में ऑस्ट्रेलिया औऱ साउथ अफ्रीका के बीच एडिलेड ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में डॉन ब्रैडमैन ने नॉटआउट 299 रन की पारी खेली थी। अगर उस मैच में ब्रैडमैन के साथी बल्लेबाज ह्यूग थरलो रन आउच ना हुए होते तो वह अपना तिहरा शतक भी पूरा कर लेते। ब्रैडमैन ने अपनी इस पारी में 92 रन केवल बाउंड्री की मदद से बनाए थे औऱ ऑस्ट्रेलियन पारी में 58% रन ब्रैडमैन के बल्ले से बने थे। विजडन ने ब्रैडमैन की इस पारी को टेस्ट क्रिकेट में खेली गई सबसे बेहतरीन पारियों के क्रम में पांचवें नंबर पर रखा है।
6. वी वी एस लक्ष्मण- 281 बनाम ऑस्ट्रेलिया (2000- 2001)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में खेली गई वीवीएस लक्ष्मण की 281 रन की पारी टेस्ट क्रिकेट में खेली गई सबसे शानदार पारियों में से एक है। यह टेस्ट बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मुकाबला था। इससे पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल करी थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 445 रन बना डाले। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम केवल 171 रन पर सिमट गई और लक्ष्मण 59 रन बनाकर सबसे सफल बल्लेबाज रहे। इसके बाद भारतीय टीम फॉलोऑन खेलने उतरी और फिर लक्ष्मण ने अपने करियर की सबसे बेहतरी पारी खेली। लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की जोड़ी ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 376 रन जोड़े। राहुल द्रविड़ ने 180 और लक्ष्मण ने 281 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली। लक्ष्मण की इस एतेहासिक पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 171 रन के बड़े अंतर से हरा दिया था। यह जीत इसलिए भी काफी खास थी क्योंकि भारत ने 16 टेस्ट मैचों से चले आ रहे ऑस्ट्रेलियाई टीम के विजय रथ को रोका था।
7. क्लेम हिल – 188 बनाम इंग्लैंड (1897-98)
इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी क्लेमेंट हिल की 188 रन की पारी विजडन की 10 सबसे बेहतरीन पारियों की लिस्ट में सातवें नंबर पर है। हिल ने यह पारी तब खेली थी जब
टॉम रिचर्ड्सन और जेटी हेअरने की खतरनाक गेंदबाजी के सामनें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर टूट गई थी औऱ 6 विकेट केवल 57 रन पर गिर गए थे। तब क्लेम हिल ने अपने बल्ले का करिश्मा दिखाते हुए ह्यूज ट्रिम्बल के साथ 7वें विकेट के लिए 165 रन की साझेदारी कर मैच का पासा पलट दिय़ा था। ऑस्ट्रेलिया यह मैच 8 विकेट से जीता था। क्लेम हिल की पारी के बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया ने उस साल एशेज पर कब्जा जमाने में सफल रही थी।
8. अजहर महमूद - 132 बनाम साउथ अफ्रीका (1998)
1998 में डरबन के मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ पाकिस्तान के अजहर महदूद के द्वारा खेली गई 132 रन की पारी टेस्ट क्रिकेट की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक है। सीरीज के पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान की टीम टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी और अपने पांच विकेट केवल 89 रन पर ही गंवा दिए थे। शॉन पॉलक और एलन डोनाल्ड की खतरनाक गेंदबाजी के खिलाफ अजहर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए और साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना तीसरा टेस्ट शतक जड़ा था। । अजहर महमूद के बल्लेबाजी के बदौलत ही पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका के ऊपर 29 रनों की जीत दर्ज करी थी।
9. किम ह्यूजेस - 100 नॉट आउट बनाम वेस्टइंडीज(1981-82)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज किम ह्यूजेस द्वारा 1981 में बॉक्सिंग डे टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई नॉटआउट 100 रन की पारी विजडन की 10 सबसे बेहतरीन पारियों में शामिल है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन उसकी शुरूआत बेहद ही खराब रही थी। ऑस्ट्रेलिया के 5 बल्लेबाज केवल 59 रन के स्कोर पर ही पवेलियन लौट गए थे। इस पारी में ऑस्ट्रेलिया के 6 बल्लेबाज तो दहाई का आकड़ा भी नहीं छू पाए थे। लेकिन ह्यूजेस ने माइकल होल्डिंग, एंडी रॉबर्ट्स, जॉइन गार्नर और कॉलिन क्राफ्ट की खतरनाक गेंदबाजी के सामनें डटकर बल्लेबाजी करी और नॉटआउट 100 रन की पारी खेलकर टीम के स्कोर को 198 तक पहुंचाया था। ह्यूजेस की इस शानदार पारी की बदौलत ही इस मैच में ऑस्ट्रेलिया 58 रन से जीता था।
10. ब्रायन लारा - 375 बनाम इंग्लैंड(1993-94)
इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ टेस्ट में ब्रायन लारा ने अपने ही हमवतन हरफनमौला खिलाड़ी गैरी सोबर्स के 368 रन (सबसे अधिक रन) के रिकॉर्ड तोड़कर टेस्ट क्रिकेट में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था। इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 2 दिन तक बल्लेबाजी करते हुए लारा ने 375 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी। इस ऐतिहासिक पारी के ठीक 2 दिन बाद लारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 501 रन की जोरदार पारी खेली थी जो आजतक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिकॉर्ड है। वैसे टेस्ट क्रिकेट में लारा के 375 रन के रिकॉर्ड को ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन ने 380 रन बनाकर तोड़ दिया था लेकिन लारा ने एक बार फिर 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ नॉटआउट 400 रन बनाकर इस रिकॉर्ड को अपने नाम किया था।
(विशाल भगत/ सौरभ शर्मा)