50 लाख नहीं दे पाने के कारण चहल को नहीं मिली चेस में एंट्री, फिर ऐसे क्रिकेट में बनाया अपना नाम
भारत के युवा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 23 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाते हैं। आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद चहल ने भारतीय टीम में एंट्री ली। एक नजर युजवेंद्र चहल के रोचक तथ्य और करियर के अन्य रिकॉर्ड
भारत के युवा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 23 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाते हैं। आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद चहल ने भारतीय टीम में एंट्री ली।
एक नजर युजवेंद्र चहल के रोचक तथ्य और करियर के अन्य रिकॉर्ड पर-
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1) चहल का जन्म हरियाणा के जींद में साल 1990 में हुआ था। उनके पिता केके चहल एक वकील है।
2) युजवेंद्र चहल ने भारत के वर्ल्ड युथ चेस चैंपियनशिप में खेला है। यह मैच ग्रीस में हुआ था। साल 2002 में नेशनल चिल्ड्रन चेस प्रतियोगिता में वो अंडर-12 चैंपियन बने। चहल ने कोझिकोड में भारत की तरफ से एशियन युथ चैंपियनशिप में भी खेला है। चहल का नाम वर्ल्ड चेस फेडरेशन की ऑफिशियल साइट पर आ चुका है।
3) चहल ने चेस खेलना इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वो अपने लिए कोई स्पॉन्सर नहीं ढूंढ पाए। उनको अपने करियर बनाने के लिए 50 लाख रुपये की जरूरत थी। अब वो चेस खेलते तो है लेकिन सिर्फ अपने शौक के लिए।
4) साल 2009 में उन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी में 34 विकेट चटकाए थे। इसके बाद वो सुर्खियों में आए।
5) 1 फरवरी, 2017 को चहल भारत की ओर से टी-20 इंटरनेशनल की एक पारी में 5 विकेट चटकाने में पहले गेंदबाज बने। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में 25 रन देकर 6 विकेट हासिल किए।
6) युजवेंद्र चहल इंटरनेशनल क्रिकेट में कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने। यह कारनामा उन्होंने साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टी-20 मुकाबले में किया था जब रविंद्र जडेजा मैच की पहली पारी में बाहर चले गए।
7) चहल ने अपने करियर में 55 वनडे मैच खेले है जिसमें उन्होंने 94 विकेट चटकाए है। इसके अलावा 48 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में उनके नाम पर 62 विकेट दर्ज है। 31 फर्स्ट-क्लास मैचों में 84 विकेट दर्ज है तथा 101 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 150 विकेट चटकाने का कारनामा किया है।