Wrestlers: बजरंग पुनिया ने आईटी सेल पर पहलवानों की मॉफ्र्ड तस्वीरें फैलाने का आरोप लगाया
प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में लेने पर दिल्ली पुलिस की कड़ी आलोचनाओं के बीच टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने रविवार को हिरासत में लिए गए पहलवानों की एक फोटोशॉप्ड तस्वीर साझा की, जिसमें दावा किया...
प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में लेने पर दिल्ली पुलिस की कड़ी आलोचनाओं के बीच टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने रविवार को हिरासत में लिए गए पहलवानों की एक फोटोशॉप्ड तस्वीर साझा की, जिसमें दावा किया गया कि इसे आईटी सेल प्रचारित कर रहा है।
कथित रूप से छेड़छाड़ की गई तस्वीर में एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता विनेश फोगाट और उनकी बहन संगीता फोगाट को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मुस्कुराते हुए दिखाया गया है।
बजरंग ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, आईटी सेल के लोग इस फोटोशॉप तस्वीर को फैला रहे हैं। हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस फर्जी तस्वीर को पोस्ट करने वाले सभी लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जाएगी। उनके पोस्ट को विनेश और अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों ने रीट्वीट किया।
बजरंग और विनेश साथी ओलंपियन साक्षी मलिक के साथ 23 अप्रैल से ही जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। इन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के बृज भूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो मामले दर्ज किए गए। एक मामला पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज होने के एक माह बाद भी भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी न होने पर लोग हैरान हैं।
Bajrang Punia: दिल्ली पुलिस रविवार को उस वक्त हरकत में आ गई, जब पहलवान महिला सम्मान महापंचायत की मेजबानी करने की तैयारी कर रहे थे और अपने आंदोलन को तेज करने की योजना बना रहे थे। स्टार पहलवान जब नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया और प्रदर्शन स्थल जंतर-मंतर से उनका तंबू उखाड़ दिया गया और उनका सारा सामान वहां से हटा दिया गया।
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इन पहलवानों को हिरासत के दौरान दिल्ली के विभिन्न थानों में रखा गया और पुलिस ने इन्हें जंतर-मंतर नहीं लौटने देने का संकल्प लिया है। मगर पहलवानों का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना उनका अधिकार है और वे फिर से जंतर-मंतर पर धरना देंगे, क्योंकि उन्हें न्याय चाहिए।