मैं अभी अपने शिखर पर नहीं पहुंचा हूं : नीरज चोपड़ा
Javelin Throw Final: स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने कई बार इतिहास रचा है। उन्होंने एथलेटिक्स में भारत के लिए कई गोल्ड जीते, लेकिन इस दिग्गज में कभी अहंकार नहीं आया। आमतौर पर खिलाड़ी लाइमलाइट में आने के बाद अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं, मगर नीरज का ध्यान अपने लक्ष्य से टस से मस नहीं हुआ।
Javelin Throw Final: स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने कई बार इतिहास रचा है। उन्होंने एथलेटिक्स में भारत के लिए कई गोल्ड जीते, लेकिन इस दिग्गज में कभी अहंकार नहीं आया। आमतौर पर खिलाड़ी लाइमलाइट में आने के बाद अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं, मगर नीरज का ध्यान अपने लक्ष्य से टस से मस नहीं हुआ।
भारतीय स्टार एथलीट ने जियोसिनेमा के 'गेट सेट गोल्ड' पर दिनेश कार्तिक से बात की और उन्हें जैवलिन थ्रो की मूल बातें बताईं।
नीरज ने बताया कि कैसे विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप 2016 में उनका थ्रो ही एकमात्र ऐसा थ्रो है जिससे वे संतुष्ट हैं।
नीरज ने कहा, "आज तक, मैं अपने केवल एक थ्रो से संतुष्ट हुआ, जो विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप 2016 में 86.48 मीटर था। वह एक ऐसा थ्रो था जिसके बारे में मुझे लगा कि यह एक खास और अनोखा थ्रो था, लेकिन उसके बाद से मैं किसी भी थ्रो से संतुष्ट नहीं हुआ।
"मुझे लगता है कि मैं अभी अपने शिखर पर नहीं पहुंचा हूं। मैंने स्वर्ण पदक जीता है और कई प्रतियोगिताएं जीती हैं, लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि मैं अपने सर्वश्रेष्ठ तक नहीं पहुंचा हूं और मैं अभी भी अपने थ्रो से संतुष्ट नहीं हूं।"
नीरज ने बताया उन्हें दोस्तों के साथ घूमना पसंद है। साथ ही उन्हें शॉपिंग करने का बहुत शौक है, लेकिन अब वो इस पर कम पैसे खर्च करते हैं क्योकि इससे पैसा बर्बाद होता है।"
नीरज ने यह भी बताया कि उन्होंने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान अपना समय हॉलीवुड फिल्में देखकर कैसे बिताया।
उन्होंने कहा, "लॉकडाउन के दौरान मैंने सर्वश्रेष्ठ आईएमडीबी रेटिंग वाली फिल्में देखीं।
26 वर्षीय नीरज इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रो एथलीटों में से एक हैं। वे मौजूदा ओलंपिक (टोक्यो 2020) और विश्व चैंपियन (बुडापेस्ट 2023) हैं।
उन्होंने यूजीन में विश्व चैंपियनशिप 2022 में रजत पदक जीता। उन्होंने दो बार एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक (2018 जकार्ता, 2022 हांगझोऊ) और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों (गोल्ड कोस्ट) में स्वर्ण पदक भी जीता है।