जमशेदपुर एफसी और ईस्ट बंगाल एफसी के डिफेंस की परीक्षा होगा मुकाबला
East Bengal: जमशेदपुर एफसी शनिवार को यहां विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में शाम 7:30 बजे खेले जाने वाले इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2024-25 मुकाबले में मेजबान ईस्ट बंगाल एफसी से भिड़ेगी, तो उसका लक्ष्य रेड एंड गोल्ड ब्रिगेड के खिलाफ अपना पहला लीग डबल दर्ज करना होगा। रेड माइनर्स ने 5 अक्टूबर को इस सीजन में दोनों टीमों के पहले मुकाबले में 2-0 से जीत हासिल की थी।
East Bengal: जमशेदपुर एफसी शनिवार को यहां विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में शाम 7:30 बजे खेले जाने वाले इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2024-25 मुकाबले में मेजबान ईस्ट बंगाल एफसी से भिड़ेगी, तो उसका लक्ष्य रेड एंड गोल्ड ब्रिगेड के खिलाफ अपना पहला लीग डबल दर्ज करना होगा। रेड माइनर्स ने 5 अक्टूबर को इस सीजन में दोनों टीमों के पहले मुकाबले में 2-0 से जीत हासिल की थी।
जमशेदपुर एफसी लगातार दो जीत के बाद इस मैच में उतरेगी। हालांकि, आईएसएल 2024-25 में 21 गोल खा चुकी जमशेदपुर एफसी 10 मैचों में छह जीत और चार हार से 18 अंक लेकर तालिका में छठे स्थान पर है। वहीं, अपने पिछले पांच मैचों में तीन जीतने वाली ईस्ट बंगाल एफसी 11 मैचों में तीन जीत, एक ड्रा और सात हार से 10 अंक लेकर तालिका में 11वें स्थान पर है।
ईस्ट बंगाल की डिफेंसिव समस्याएं
घर में समस्याएं: ईस्ट बंगाल ने अपने पिछले दो घरेलू मैचों में कई गोल खाए हैं। अगर ऐसा अगले मैचों होता है, तो यह आईएसएल इतिहास में उनका सबसे लंबा रिकॉर्ड होगा।
जीत की लय: रेड एंड गोल्ड ब्रिगेड जीत की लय पर सवार है, क्योंकि उसने अपने पिछले चार आईएसएल मैचों (1 हार) में तीन जीते हैं।
अवे फॉर्म सुधारने पर जमशेदपुर एफसी का जोर
घर से बाहर लखड़ाहट: जमशेदपुर एफसी अपने पिछले दो अवे मैचों में गोल करने में विफल रही है।
जमशेदपुर एफसी की रक्षात्मक कमजोरी: रेड माइनर्स ने अपने बॉक्स में प्रति मैच औसतन 26.8 टच का सामना किया है, जो इस सीजन में सबसे अधिक है। उन्होंने बॉक्स के बाहर से सबसे अधिक आठ गोल खाए हैं, जो लंबी दूरी के शॉट्स के सामने उनकी कमजोरी को दर्शाता है।
आमने-सामने
आईएसएल में दोनों टीमों के बीच नौ मैच खेले गए हैं जिनमें ईस्ट बंगाल एफसी और जमशेदपुर एफसी ने क्रमशः दो और चार बार जीत हासिल की है। तीन मैच ड्रा रहे हैं।
कोच कॉर्नर
ईस्ट बंगाल एफसी के स्पेनिश हेड कोच ऑस्कर ब्रुज़ोन वह चाहते हैं कि उनकी टीम आक्रामक इरादों के साथ मैच खेले। उन्होंने कहा, “मैं खुद को आक्रामक कोच मानता हूं। मैं हमेशा कहता हूं कि मैच को लेकर मेरा विचार दूसरों की तुलना में अधिक मौके बनाना है। हम जीत के लिए जोखिम उठाना चाहते हैं। अगर हम कम जोखिम ले रहे हैं, डर रहे हैं, तो मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि हम क्या कर रहे हैं।”
कोच कॉर्नर
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Article Source: IANS