Satya Pal Malik: रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने अपने कुश्ती सफर का विवरण देते हुए पुरुष प्रधान खेल में एक महिला होने के संघर्षों पर अपनी बात रखी। उन्होंने 2012 की एक घटना का जिक्र किया, जब उन्हें भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के तत्कालीन अध्यक्ष बृज भूषण सिंह से उत्पीड़न सहना पड़ा था।
उस समय को याद करते हुए उन्होंने बताया कि अपनी बात कहने से उनका करियर बर्बाद हो सकता था, इसलिए उन्होंने अपना प्रशिक्षण जारी रखने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने को प्राथमिकता दी, भले ही माहौल बेहद चुनौतीपूर्ण था।
साक्षी ने आईएएनएस से कहा, "मैं काफी समय से किताब लिखना चाहती थी, खासकर ओलंपिक के बाद मैं इस ओर ध्यान देती। मैं चाहती थी कि मेरी कहानी हर कोई जाने और समझे। मेरा मानना था कि इससे मेरे संघर्षों के कारण कई लड़कियों को प्रेरित करे और उन्हें जानकारी दे।