जोस बटलर ने बनाया था मास्टर प्लान, इन 3 कारणों से हारा इंडिया
एडिलेड के मैदान पर इंग्लैंड ने इंडिया को हराकर अपना फाइनल का टिकट पक्का किया। अब 13 नवंबर(रविवार) को इंग्लैंड और पाकिस्तान की भिड़ंत फाइनल में होगी। लेकिन इससे पहले आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे इंग्लिश कप्तान जोस बटलर के उन 3 मास्टर प्लान के बारे में जिनके दम पर इंग्लैंड ने भारत को सेमीफाइनल में 10 विकेट से हराया।
टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी
इंडियन टीम चेज करने में काफी अच्छी है। जोस बटलर इस बात से परिचित थे। ऐसे में उन्होंने एडिलेड के मैदान पर टॉस जीतने से पहले ही सोच लिया था कि वह पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला करेंगे। मैच के बाद इंग्लिश कैप्टन ने खुद इस बात को कबूल किया। वह बोले, 'टॉस से पहले मुझे गट फील आ रही थी कि अगर मैं आज टॉस जीता तो हम आज चेज करेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'भारत के खिलाफ मुझे लगता है कि जब वे जानते(चेज) हैं कि क्या करना है तो वे थोड़े अधिक खतरनाक हो जाते हैं। इसने आज काम किया, हो सकता है कि यह दूसरी बार काम न करे।'
क्रिस जॉर्डन को किया प्लेइंग इलेवन में शामिल
सेमीफाइनल मैच से पहले इंग्लैंड टीम के स्टार गेंदबाज़ मार्क वुड चोटिल हो गए थे, ऐसे में कप्तान जोस पर दबाव था, लेकिन वह बिखेरे नहीं बल्कि अपने फैसले के दम पर निखर गए। जोस बटलर ने वुड की रिप्लेसमेंट के तौर पर क्रिस जॉर्डन को शामिल किया और सेमीफाइनल मैच में उन्होंने 4 ओवर में 3 भारतीय बल्लेबाज़ों को आउट करके अपना दम दिखाया।
बटलर ने मैच के बाद कहा, 'क्रिस जॉर्डन को टीम में शामिल करने से अनुभव जोड़ता है। मुझे लगा कि इस मैदान के डाइमेंशन डेविड विली से ज्यादा उनके खेल के अनुकूल हैं।'
पावरप्ले में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी
जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के दम पर लगभग पावरप्ले के दौरान ही इंग्लिश टीम की जीत पक्की कर दी थी। जोस ने 163.27 की स्ट्राइक रेट से 80 रन बनाए, वहीं एलेक्स हेल्स ने 182.98 की स्ट्राइक रेट से 86 रन ठोके।
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इंग्लिश टीम के सलामी बल्लेबाज़ बेबाक अंदाज में बल्लेबाज़ी कर पाए इसके पीछे का राज भी जोस बटलर का मास्टर माइंड है। दरअसल, इंग्लिश टीम की प्लेइंग इलेवन पर 5 ऑलराउंडर शामिल थे। इतना ही नहीं आदिल रशीद जो नंबर 11 पर बल्लेबाज़ी करने आते उन्होंने भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10 शतक और 37 अर्धशतक जड़े हैं। ऐसे में यह साफ था कि मुश्किल समय में कम से कम वह भी बल्ला घुमा सकते थे।