बिंद्रा को होना चाहिए था ओलम्पिक का सद्भावना दूत : गंभीर
मुंबई, 25 अप्रैल | बॉलीवुड स्टार सलमान खान को इसी साल अगस्त में होने वाले ओलम्पिक में भारत का सद्भावना दूत बनाए जाने के बाद विवाद का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। इसके विरोध में बोलने वालों में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके गौतम गंभीर भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि ओलम्पिक में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले अभिनव बिंद्रा इस पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति थे।
इंडियन ओलम्पिक संघ (आईओए) ने शनिवार को सलमान खान को ओलम्पिक में भारत का सद्भावना दूत नियुक्त किया है।
आईओए के इस कदम पर कई नामी खिलाड़ियों ने अपनी नारजगी दर्ज कराई है। इन खिलाड़ियों में 2012 लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक हासिल करने वाले योगेश्वर दत्त भी शामिल हैं। उन्होंने सोशल नेटवर्किं ग साइट ट्विटर के माध्यम से इस मामले पर अपनी नाखुशी जाहिर की है।
गंभीर ने कहा, "मेरा मानना है कि देश में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने देश के लिए और ओलम्पिक खेलों में काफी कुछ किया है। मुझे अच्छा लगता अगर अभिनव बिंद्रा जैसा कोई होता जो सद्भावना दूत बनाया जाता।"
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि खिलाड़ियों को लोक प्रसिद्धि की जरूरत नहीं होती, वह अपने देश के लिए काम करता है। इस तरह की चीज खिलाड़ी को सही मायने में उत्साह नहीं देती। बिंद्रा पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीता है।" उन्होंने कहा, "वह इसके लिए सबसे उपयुक्त चुनाव होते। मैंने किसी को यह कहते हुए सुना था कि खिलाड़ियों को लोक-प्रसिद्धि की जरूरत होती है। मेरा मानना इससे अलग है। खिलाड़ी को बॉलीवुड या किसी फिल्म की जरूरत नहीं होती।"