आईसीसी, यूनीसेफ, बीसीसीआई का संयुक्त स्वच्छता अभियान शुरू
नई दिल्ली, 18 जनवरी | इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) ने सोमवार को सामाजिक संस्था यूनीसेफ और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ मिलकर 'क्रिकेट फॉर गुड एंड टीम स्वच्छ' अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्ड्सन, यूनीसेफ की दक्षिण एशिया की क्षेत्रीय निदेशक कारीन हुलशेफ, बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर और यूनीसेफ के सद्भावना राजदूत पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर मौजूद थे।
अभियान का मकसद स्वच्छता को बढ़ावा देना और लोगों को खुले में शौच करने से रोकना है।
इस अभियान को मार्च माह में भारत की मेजबानी में होने वाले टी-20 विश्व कप में अमली जामा पहनाया जाएगा। भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता को देखकर आईसीसी और यूनीसेफ ने इसमें बीसीसीआई को शामिल किया है।
अभियान के बारे में रिचर्डसन ने कहा, "हम यूनीसेफ के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमारी कोशिश बच्चों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता हालात को सुधारने की है।"
यूनीसेफ की दक्षिण एशिया की क्षेत्रीय निदेशक ने आईसीसी के साथ की गई इस साझेदारी पर कहा, "यूनीसेफ आईसीसी के साथ आने से काफी खुश है। क्रिकेट की लोकप्रियता को देखते हुए आईसीसी का हमारे साथ आना इस अभियान के लिए काफी फायदेमंद होगा। इससे हम उन देशों में आसानी से अपने अभियान पर काम कर सकते हैं, जहां क्रिकेट लोकप्रिय है।"
उन्होंने कहा, "हम मिलकर बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करेंगे। हमें बच्चों के लिए एक साथ आना होगा। हम सब मिलकर जगरूकता फैला सकते हैं। हमारा मकसद लोगों को खुले में शौैच करने से रोकना और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।"
इस मौके पर मौजूद बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा,"बीसीसीआई, आईसीसी और यूनिसेफ के साथ इस अभियान को आगे ले जाने में हर संभव मदद करेगा। मुझे उम्मीद है कि इसमें हर भारतीय अपना सहयोग देगा। आने वाले टी-20 विश्व कप से हम इस अभियान की शुरुआत करेंगे।"
ठाकुर ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि काफी लोग इस अभियान के साथ जुड़ेंगे। टी-20 विश्व कप में हम खिलाड़ियों के साथ इसे शुरू करेंगे और इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।"
ठाकुर ने भारत को इस अभियान की शुरुआत के लिए चुनने के लिए आईसीसी और यूनीसेफ का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने साथ ही कहा कि सचिन तेंदुलकर को सद्भावना राजदूत बनाकर यूनीसेफ ने सही फैसला किया है।
साथ ही ठाकुर ने कहा कि बीसीसीआई इस अभियान के लिए प्रतिबद्ध है और कहा कि हम इसे टी-20 विश्व कप के बाद भी जारी रखेंगे। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम लक्ष्य नहीं हासिल कर लेते।
यूनीसेफ के सद्भावना राजदूत और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने इस अभियान को काफी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि खुले में शौच करने से डायरिया फैलता है, जिससे काफी बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ती है।
उन्होंने कहा, "मैं यूनीसेफ के साथ एक दशक से जुड़ा हूं और इस दौरान मैंने उन्हें अपने लक्ष्य को पाते देखा है। इस अभियान की शुरुआत के लिए टी-20 विश्व कप से अच्छी जगह भारत में नहीं हो सकती थी।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जानकारी और जागरूकता न होने के कारण हमारा संदेश अभी तक सही तरह से पहुंचा नहीं है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करें।"
उन्होंने इस दौरान बच्चों में हाथ धोने की आदत डालने पर भी जोर दिया।
उन्होंने इस अभियान के लिए क्रिकेट को सही बताते हुए कहा, "हम सभी जानते हैं कि भारत में क्रिकेट कितना लोकप्रिय है, हमें इसका फायदा उठाना चाहिए। क्रिकेट के जरिए हम भारत में अपने अभियान को काफी लोगों तक पहुंचा सकते हैं।"
इसके बाद सचिन ने एनजीओ 'नाइन इज माइन' के बच्चों के साथ क्रिकेट भी खेला और उनके सवालों के जवाब भी दिए