वूमेंस क्रिकेट के विकास के लिए इस दिग्गज क्रिकेटर ने दिया बड़ा बयान, कहा- फ्रेंचाइजी क्रिकेट ही वूमेंस क्रिकेट का भविष्य है
भारत की पूर्व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) ने हाल ही में वूमेंस क्रिकेट के भविष्य को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। गोस्वामी का कहना है कि वूमेंस क्रिकेट के विकास के लिए आगे बढ़ने का रास्ता है। ऐसे में दुनिया भर में टी20 लीगों पर ध्यान देने की जरूरत है। इस समय दुनिया भर में वूमेंस प्रीमियर लीग (WPL), वूमेंस बिग बैश लीग (WBBL), द हंड्रेड और वूमेंस कैरेबियन प्रीमियर लीग (WCPL) आदि टूर्नामेंट हो रहे है जिससे वूमेंस क्रिकेट को बढ़ावा मिल रहा है।
गोस्वामी ने कहा कि, "वूमेंस क्रिकेट के लिए यह बड़ी चुनौती है। पहले हमने मेंस क्रिकेट के लिए ऐसी चीजें होते देखी थी लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वूमेंस क्रिकेट के लिए ऐसा होगा, लेकिन ऐसा हो रहा है और मुझे ये देखकर खुशी हुई। आईसीसी को ध्यान रखने की जरूरत है, फ्रेंचाइजी क्रिकेट ही वूमेंस क्रिकेट का भविष्य है। यही ग्लोबली वूमेंस क्रिकेट का विकास है। आपको हर फ्रेंचाइजी लीग को प्राथमिकता देनी होगी अन्यथा क्रिकेट आगे नहीं बढ़ेगा।"
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि, "देखें कि पिछले कुछ वर्षों में फ्रेंचाइजी क्रिकेट ने WBBL के साथ-साथ हंड्रेड, WCPL और WPL से कितने क्वालिटी वाले क्रिकेटर तैयार किए हैं। हमें यह पक्का करना चाहिए कि जब प्रीमियर लीग (फ्रेंचाइजी ) टूर्नामेंट चल रहे हों, तो उन्हें कुछ निश्चित विंडो दें और उसके बाद आपके पास द्विपक्षीय सीरीज हो। इससे वूमेंस क्रिकेट के विकास में भी मदद मिलेगी। यदि आपकी द्विपक्षीय सीरीज और फ्रेंचाइजी लीग आपस में टकराती हैं तो आप क्वालिटी क्रिकेटरों से वंचित रह जाएंगे। और अगर आपके पास क्वालिटी क्रिकेटर नहीं हैं तो आपका टूर्नामेंट सफल नहीं होगा। "
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स्मृति मंधाना, ऋचा घोष, हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिक्स, दीप्ति शर्मा और श्रेयंका पाटिल सहित भारतीय वूमेंस क्रिकेटर दुनिया भर की फ्रेंचाइजी लीग में खेलती है और अपना जलवा बिखेरती है। डब्ल्यूपीएल में सजीवन सजना और आशा शोभना जैसे क्रिकेटरों का भी उदय हुआ है, जिन्होंने पिछले सीज़न के बाद भारत के लिए डेब्यू किया था।