कोहली कप्तान के तौर पर शानदार काम कर रहे हैं: राहुल द्रविड़
28 नवंबर, नई दिल्ली (CRICKETNMORE)। 27 नवंबर 2015 को टेस्ट क्रिकेट में एतिहासिक फेर- बदल किया गया। एक तरफ जहां डे- नाइट टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत हो गई तो वहीं टेस्ट क्रिकेट में पहली बार गुलाबी गेंद का इस्तमाल किया गया। इस पहल को लेकर भारत के महान टेस्ट बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में अपने बात रखी।
टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद के इस्तमाल को लेकर
भारत के पूर्व महान टेस्ट क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में हुए इस बदलाव को लेकर कहा कि टेस्ट क्रिकेट को युवाओं में खासकर नई पीढ़ी के दर्शकों में लोकप्रिय करने के लिए ये बेहद ही उम्दा पहला है। साथ ही राहुल द्रविड़ ने गुलाबी गेंद के इस्तमाल पर कहा कि मैं बेहद ही उत्साहित हूं , लगभग 4 साल पहले मैंनें खुद गुलाबी गेंद से इंग्लैंड चैंपियनशिप काउंट्री में खेल चुका हूं। गुलाबी गेंद से खेलने का अपना ही एक मजा होता है। आगे द्रविड़ ने कहा कि क्रिकेट में नए पहल से मुझे उम्मीद है कि क्रिकेट और भी लोकप्रिय होगा खासकर टेस्ट क्रिकेट मनोरंजक हो जाएगा जिससे दर्शकों के तदात में ईजाफा होगा। मैं उम्मीद करता हूं टेस्ट क्रिकेट का यह अनोखी पहल कामयाब हो और सभी टेस्ट खेलने वाली टीम डे- नाइट टेस्ट की शुरुआत करे।
कोहली के कप्तानी को लेकर
भारत के महान टेस्ट क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने विराट कोहली के कप्तानी को लेकर कहा कि कोहली की कप्तानी का अपना अलग अंदाज है। कोहली अग्रेसिव कप्तानी करते हैं। उनकी कप्तानी में भारत बेहतरीन परफॉर्मेंस कर रहा है तो कोहली के अग्रेसिवपन पर सवाल नहीं उठने चाहिए। अपने तरिके से कोहली खेल रहे हैं जिससे भारतीय टीम को फायदा हो रहा है।
नंबर 3 के पोजिशन को लेकर
अंडर – 19 भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने नंबर 3 पर इस समय बल्लेबाजी कर रहे चेतेश्वर पुजारा के बारे में कहा कि पुजारा ने इस पोजिशन पर बल्लेबाजी करके नाजूक मौके पर कई रन बनाए हैं जिससे ये पता चलता है कि उनको नंबर 3 पर खेलना पसंद हैं। लेकिन क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज के लिए ऐसा नहीं है कि आपको हमेशा उसी पोजिशन पर बल्लेबाजी करनी है। टीम के रणनीति के हिसाब से आपका बल्लेबाजी क्रम बदल भी सकता है। बल्लेबाज के ये होना चाहिए जिस किसी नंबर पर बल्लेबाजी करने जाए बेहतर परफॉर्मेसं करे। तो ऐसा नहीं कि कोई भी नंबर पोजिशन हमेशा के लिए उसी बल्लेबाज का हो सकता है। मैनें, सचिन और लक्ष्मण ने अपने परफॉर्मेंस के चलते ही अपनी बल्लेबाजी क्रम को बनाए रखा था। कोई भी बल्लेबाज अपने परफॉर्मेंस के बलबूते अपने बल्लेबाजी क्रम को लंबे संमय तक बनाए रख सकता है।
राहुल द्रविड़ का इंटरव्यू देखें-
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