शशांक मनोहर का क्रिकेट से भ्रष्टाचार को दूर करने का वादा
मुंबई, 5 अक्टूबर| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के रविवार को अध्यक्ष चुने गए शशांक मनोहर ने क्रिकेट से भ्रष्टाचार को दूर करने, कामकाज में पारदर्शिता लाने और बोर्ड को उसकी खोई प्रतिष्ठा वापस दिलाने का वादा किया। बोर्ड की विशेष आम बैठक (एसजीएम) में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए मनोहर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "बोर्ड खेल से भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करने के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगा और जरूरी उपाय अपनाएगा। इसके लिए बोर्ड खिलाड़ियों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम तैयार करेगा।"
मनोहर ने कहा, "इसके अलावा संसद सदस्य तथा बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर की मदद से हम सरकार के अधिकारियों से मिलेंगे ताकि पता किया जा सके कि क्या हम किसी जांच एजेंसी की सेवाएं ले सकते हैं। चूंकि हमारे पास जांच की शक्ति नहीं है, इसलिए हमारे हाथ बंधे हुए हैं।"
गौरतलब है कि पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के कार्यकाल के दौरान बीसीसीआई की छवि काफी धूमिल हुई। श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन के साथ राजस्थान रॉयल्स के एक शीर्ष अधिकारी को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सट्टेबाजी का दोषी पाया गया।
बोर्ड अध्यक्ष के साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स का मालिकाना हक रखने के कारण श्रीनिवासन पर भी सवाल उठे और श्रीनिवासन को अंतत: सर्वोच्च न्यायालय ने बोर्ड की बैठकों में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया।
जगमोहन डालमिया के 20 सितंबर को निधन के बाद रिक्त चल रहे बोर्ड अध्यक्ष पद पर दोबारा चुने गए मनोहर ने हालांकि बोर्ड की पिछली गड़बड़ियों को जड़ से खत्म करने के प्रति दृढ़ इच्छाशक्ति व्यक्त की है।
श्रीनिवासन के विरोधी के तौर पर देखे जाने वाले मनोहर के अध्यक्ष चुने जाने के साथ माना जा रहा है कि बोर्ड पर से श्रीनिवासन की पकड़ भी ढीली हो जाएगी।
(आईएएनएस)