नई दिल्ली, 3 दिसम्बर | दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को कहा कि टी-20 क्रिकेट और तकनीक के कारण लोगों का नजरिया बदला है। सचिन ने साथ ही कहा कि संन्यास लेने के बाद वह क्रिकेट को ज्यादा याद नहीं करते हैं क्योंकि वह अपनी मर्जी से जिंदगी जी रहे हैं। सचिन ने नवंबर 2013 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
सचिन तेंदुलकर पर संकट, तेंदुलकर को किडनैप करने का बनाया गया प्लान
समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत में सचिन ने कहा, "लोगों की सोच बदल रही है। टी-20 और तकनीक ने लोगों की सोच को बदला है। जब हम बड़े हो रहे थे तब हम टेस्ट क्रिकेट देखते और अब बच्चे टी-20 क्रिकेट देखते हैं।"
इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में गौतम गंभीर की टीम में होगी वापसी
सचिन ने कहा कि वह संन्यास लेने के बाद उन्हें अपनी जिंदगी अपनी शर्त पर जीने का मौका मिला है और इसलिए वह क्रिकेट को ज्यादा याद नहीं करते हैं। सचिन ने कहा, " संन्यास के बाद मैं अब क्रिकेट को ज्यादा याद नहीं करता। लेकिन कभी कभार प्रदर्शनी मैच खेलना अच्छा लगता है। मैंने अमेरिका में रिटायर्ड खिलाड़ियों के साथ तीन मैच खेले थे और इसकी प्रतिक्रिया लाजवाब थी। लेकिन हां मैं प्रशंसकों के प्यार को जरूर याद करता हूं।" उन्होंने कहा, "यह अच्छा है कि अब मैं वह सब कर पा रहा हूं जो खेलने के दौरान नहीं कर पाता था। इसने मुझे मेरी जिंदगी अपनी शर्तो पर जीने का मौका दिया है।"