2005 में ही क्रिकेट छोड़ना चाहते थे रविंद्र जडेजा
19 अप्रैल, नई दिल्ली। टीम इंडिया के हरफनमौला खिलाड़ी रविंद्र जडेजा मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट का एक अहम हिस्सा हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 2009 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत करने वाले जडेजा अपने इस स्वर्णिम सफर की शुरूआत से पहले ही क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते थे। इसका खुलासा जडेजा ने खुद किया है।
जडेजा का परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर था और उनके पिता एक सिक्योरिटी कंपनी में चौकीदार का काम किया करते थे। साल 2005 में उनकी मां लता का एक हादसे में निधन हो गया था। जिसके बाद इतने सदमे में आ गए थे कि क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया था।
लेकिन उस मुश्किल घड़ी में जडेजा के परिवार औऱ दोस्तों ने उनका साथ दिया और समझाया कि वह ऐसा ना करें। इसके चार साल बाद रविंद्र जडेजा भारतीय क्रिकेट टीम में चुने गए।
इसके बाद जडेजा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज वह क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं। अब तक अपने सात साल लंबे करियर में उन्होंने 16 टेस्ट, 137 वन डे और 37 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।