शमी की आतिशी बल्लेबाज़ी से क्वार्टरफ़ाइनल में पहुंचा बंगाल
बंगाल ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 159 रन बनाए थे, जिसमें करण लाल ने 33 और मोहम्मद शमी ने 17 गेंदों में 32 रनों की पारी खेली। इसके अलावा ऋतिक चटर्जी ने भी 12 गेंदों में 28 रनों की अच्छी पारी खेली। बंगाल की टीम ने 15.1ओवर तक सिर्फ़ 114 रन ही बना पाई थी और उनके आठ बल्लेबाज़ आउट हो चुके थे। हालांकि शमी ने पहले प्रदिप्त प्रमाणिक के साथ 24 रनों की अच्छी साझेदारी की और अंत में ख़ुद आतिशी बल्लेबाज़ी करते हुए, बंगाल को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। 20वें ओवर में संदीप शर्मा के ख़िलाफ़ शमी ने दो सिक्सर और एक चौका लगाते हुए कुल 18 रन बटोरे।
इसके जवाब में चंडीगढ़ की टीम सिर्फ़ 156 रन ही बना पाई, जिसमें सायन घोष ने 30 रन देकर चार विकेट लिए। कनिष्क सेठ और शमी ने भी अच्छी किफ़ायती गेंदबाज़ी की।
चंड़ीगढ़ की टीम इस रन चेज़ के दौरान काफ़ी उलझी हुई नज़र आई। हालांकि राजअंगद बावा के 32 रनों की पारी ने मैच को रोमांचक ज़रूर बना दिया था। एक समय पर चंडीगढ़ को अंतिम दो ओवरं में 23 रनों की आवश्यकता थी, लेकिन अपने पहले स्पैल में किफ़ायती गेंदबाज़ी करने वाले शमी ( 3 ओवर, 13 रन) ने 19वें ओवर में 12 रन ख़र्च कर दिया और अंतिम ओवर में सायन को 12 रनों का बचाव करना था और उन्होंने यह सफलतापूर्वक कर लिया।
शमी ने अब तक बंगाल के सभी आठ मैचों में हिस्सा लिया है, जहां उन्होंने हर मैच में अपने पूरे ओवरों का कोटा पूरा किया है। इस दौरान उन्होंने 7.49 की इकॉनमी रेट से नौ विकेट लिए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि शमी बंगाल की टीम के साथ शेष प्रतियोगिता के लिए भी बने रहेंगे। बेंगलुरु में शमी एनसीए के स्टाफ़ के साथ लगातार मेहनत कर रहे हैं। ताकि वह शीर्ष स्तरीय क्रिकेट में वापसी कर सकें। हालांकि उन्हें अभी पूरी तरह से फ़िटनेस क्लीयरेंस नहीं मिला है। रविवार को भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शमी की उपलब्धता को लेकर सतर्क रुख़ अपनाया था और कहा कि उनकी वापसी के "दरवाजे़ खुले" हैं। उनकी सतर्कता का कारण शमी के घुटनों में सूजन है, जो इस प्रतियोगिता के दौरान गेंदबाज़ी करते हुए आई थी।
हालांकि बंगाल टीम मैनेजमेंट ने पूरे टूर्नामेंट में शमी के गेंदबाज़ी वर्कलोड को लेकर संतोष व्यक्त किया है। शमी ने मैच से एक दिन पहले आराम करने का फै़सला किया था, जो माना जा रहा है कि उन्होंने खु़द लिया था ताकि पूरे टूर्नामेंट के दौरान खु़द को सुरक्षित रख सकें।
शमी ने अब तक बंगाल के सभी आठ मैचों में हिस्सा लिया है, जहां उन्होंने हर मैच में अपने पूरे ओवरों का कोटा पूरा किया है। इस दौरान उन्होंने 7.49 की इकॉनमी रेट से नौ विकेट लिए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि शमी बंगाल की टीम के साथ शेष प्रतियोगिता के लिए भी बने रहेंगे। बेंगलुरु में शमी एनसीए के स्टाफ़ के साथ लगातार मेहनत कर रहे हैं। ताकि वह शीर्ष स्तरीय क्रिकेट में वापसी कर सकें। हालांकि उन्हें अभी पूरी तरह से फ़िटनेस क्लीयरेंस नहीं मिला है। रविवार को भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शमी की उपलब्धता को लेकर सतर्क रुख़ अपनाया था और कहा कि उनकी वापसी के "दरवाजे़ खुले" हैं। उनकी सतर्कता का कारण शमी के घुटनों में सूजन है, जो इस प्रतियोगिता के दौरान गेंदबाज़ी करते हुए आई थी।
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Article Source: IANS