महेंद्र सिंह धोनी से सीखी जा सकती हैं सफलता के लिए ये चीजें
धोनी जिस तरह से दबाव के हालातों में खुद को शांत रखते हैं ये सबसे अहम चीज है। इस वजह से उनको 'कैप्टन कूल' कहा गया है जो अपनी भावनाओं को खुद के ऊपर हावी नहीं होने देते और हर हालत में ठंडे दिमाग के साथ अपना ध्यान भटकने नहीं देते। इसका प्रभाव निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ता है। बेहद नाजुक मौकों पर धोनी के अहम फैसलों ने भारत को कई बड़ी जीत दिलाई हैं।
धोनी बोलने में कम और काम करने में ज्यादा यकीन रखते हैं। उन्होंने अपने करियर के उतार-चढ़ाव के मौकों पर हुई अपनी आलोचनाओं पर भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया और अपने काम पर फोकस रहे। धोनी उन चीजों से भी दूर देखे गए जो अक्सर ध्यान हटाने का काम कर सकती हैं, जैसे की सोशल मीडिया पर भारत के पूर्व कप्तान की उपस्थिति महज औपचारिक ही है। इसके बजाय वे अपने लक्ष्यों पर अधिक केंद्रित रहे हैं।
धोनी जिस तरह से दबाव के हालातों में खुद को शांत रखते हैं ये सबसे अहम चीज है। इस वजह से उनको 'कैप्टन कूल' कहा गया है जो अपनी भावनाओं को खुद के ऊपर हावी नहीं होने देते और हर हालत में ठंडे दिमाग के साथ अपना ध्यान भटकने नहीं देते। इसका प्रभाव निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ता है। बेहद नाजुक मौकों पर धोनी के अहम फैसलों ने भारत को कई बड़ी जीत दिलाई हैं।
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खेल की तरह जीवन में भी किस्मत का अहम रोल होता है। धोनी को करियर में मिली चमत्कारिक सफलता में उनके भाग्य को भी श्रेय दिया जाता रहा है लेकिन बगैर कठिन मेहनत के किस्मत भी साथ छोड़ देती है। मैदान पर धोनी के निर्णय तत्कालीन रणनीति और सहज बोध से प्रेरित रहे और उन्होंने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बहुत बड़ी भूमिका अदा की। खेल के कई दिग्गजों का मानना है कि धोनी भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं।