1983 की चैंपियन टीम को इनाम देने के नहीं थे पैसे... अब लुटाए 125 करोड़, जानें कैसे बदली बीसीसीआई की किस्मत
अब यह काया पलट कब हुआ, कैसे हुआ... इसका जवाब जानने के लिए हमें इतिहास के पन्नों में थोड़ा पीछे जाना होगा।
1983 की चैंपियन टीम को बोर्ड ने अपने मुश्किलों दिनों में क्या भेंट दी। यह भी एक बड़ा दिलचस्प सवाल है?, बोर्ड की एक बात यह तो काफी सराहनीय है कि तमाम मुश्किलों का सामना करने के बावजूद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को इनाम दिया।
भारतीय बोर्ड वैश्विक क्रिकेट में एक बड़ी शक्ति है। लेकिन अपनी शुरुआती दिनों में बीसीसीआई ने काफी संघर्ष भी किया। तमाम चुनौतियों को पार करते हुए जब कपिल देव की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने 1983 में विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराया था और ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया, और जब वतन लौटी तो उस समय बीसीसीआई के पास इतना पैसा भी नहीं था कि वो टीम का ग्रैंड वेलकम कर सके।
हाल यह था कि टीम को इनाम के तौर पर भेंट देने के लिए बीसीसीआई को फंड जुटाने पर भी मजबूर होना पड़ा। उस समय बीसीसीआई की मदद की थी मशहूर गायक लता मंगेशकर ने, जिन्होंने म्यूजिक कन्सर्ट करके टीम इंडिया के लिए फंड जुटाया था और तब जाकर हर खिलाड़ी को एक-एक लाख रुपए मिले थे।
हालांकि, यहां से बोर्ड के हालात बदलते गए और धीरे-धीरे बीसीसीआई ने वैश्विक क्रिकेट में अपनी पहचान बनानी शुरू की। ऐसे कई पुराने किस्से हैं लेकिन हम उन विश्व कप के बारे में बात करेंगे जिनमें भारत ने ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
टी20 विश्व कप 2007: यह टी20 फॉर्मेट का पहला विश्व कप था। टीम इंडिया ने पाकिस्तान को फाइनल मुकाबले में 5 रन से हराकर 24 साल बाद कोई विश्व कप जीता था। ऐसे में बीसीसीआई ने 10 करोड़ रुपए की इनामी राशि दी थी। बोर्ड ने एक ओवर में लगातार 6 छक्के लगाने वाले युवराज सिंह को एक करोड़ रुपए अलग से दिए थे।
2011 वनडे वर्ल्ड कप: एमएस धोनी की टीम ने वानखेड़े में श्रीलंका को फाइनल मुकाबले में हराकर इतिहास रचा था। टीम ने 28 साल बाद वनडे विश्व कप पर अपना कब्जा जमाया था। धोनी की टीम को बीसीसीआई ने 39 करोड़ रुपए दिए थे।
टी20 विश्व कप 2024: बीसीसीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार टी20 चैंपियन टीम इंडिया को 125 करोड़ रुपए का इनाम दिया है। वानखेड़े स्टेडियम में गुरुवार को बोर्ड ने टीम को इसका चेक सौंपा दिया है। यह ऐसा आंकड़ा है, जो इनाम के तौर पर आज तक किसी अन्य देश के क्रिकेट बोर्ड ने अपनी विनिंग टीम को नहीं दी है।
2011 वनडे वर्ल्ड कप: एमएस धोनी की टीम ने वानखेड़े में श्रीलंका को फाइनल मुकाबले में हराकर इतिहास रचा था। टीम ने 28 साल बाद वनडे विश्व कप पर अपना कब्जा जमाया था। धोनी की टीम को बीसीसीआई ने 39 करोड़ रुपए दिए थे।
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यही वजह है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट में आईपीएल की टक्कर में कोई अन्य लीग नहीं है। केवल मीडिया राइट्स के जरिए बीसीसीआई अपना खजाना डबल-ट्रिपल करती है जबकि ओवरऑल इनकम में भी बीसीसीआई अन्य देशों के बोर्ड से बहुत आगे है।