टीम इंडिया के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू : फर्स्ट क्लास में दर्ज हैं शानदार रिकॉर्ड्स

Updated: Thu, Nov 13 2025 14:06 IST
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भारतीय क्रिकेट की टेस्ट कप्तानी कई दिग्गजों के हाथों रही है। आज भारत दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। वर्तमान में टीम इंडिया की टेस्ट कप्तानी शुभमन गिल कर रहे हैं। भारत 14 नवंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलने जा रहा है। 14 नवंबर की तारीख भारतीय क्रिकेट टीम के उस खिलाड़ी से भी जुड़ी है, जिसने टेस्ट टीम की पहली बार कप्तानी की थी।

भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर थे सीके नायडू, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टीम का नेतृत्व किया था। 14 नवंबर को सीके नायडू की पुण्यतिथि है। उन्होंने इंदौर में 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनकी पुण्यतिथि पर आपको बताते हैं उनके फर्स्ट क्लास करियर से जुड़े शानदार रिकॉर्ड्स।

भारत के लिए सीके नायडू का करियर ज्यादा लंबा नहीं था। यह वह दौर था जब भारत स्वतंत्र नहीं था। 25 जून 1932 को लॉर्ड्स में सीके नायडू ने भारत के लिए डेब्यू किया था। नायडू ने अपना करियर इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया और आखिरी मैच भी इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला। 15 अगस्त 1936 को नायडू ने ओवल में आखिरी टेस्ट मैच खेला था।

नायडू ने फर्स्ट क्लास करियर में 11,825 रन बनाए और 411 विकेट चटकाए। नायडू ऑलराउंडर थे, जो अपनी बल्लेबाजी से विरोधी पक्ष के गेंदबाजों को सरेंडर करने पर मजबूर कर देते थे। वहीं, जब गेंद उनके हाथों में आती थी तो सामने वाले बल्लेबाज में खौफ पैदा हो जाता था।

भारत के लिए सीके नायडू का करियर ज्यादा लंबा नहीं था। यह वह दौर था जब भारत स्वतंत्र नहीं था। 25 जून 1932 को लॉर्ड्स में सीके नायडू ने भारत के लिए डेब्यू किया था। नायडू ने अपना करियर इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया और आखिरी मैच भी इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला। 15 अगस्त 1936 को नायडू ने ओवल में आखिरी टेस्ट मैच खेला था।

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क्रिकेट को नजदीक से जानने वाले विशेषज्ञ उस मैच की जरूरत पर चर्चा करते हैं, जब साल 1926 में एक मैच के दौरान दर्शकों ने अपने सामने एक लीजेंड को देखा था। सीके नायडू ने शानदार बल्लेबाजी से दर्शकों का दिल जीत लिया था। सीके नायडू ने एक ऐसा आक्रमण शुरू किया जिसकी गूंज स्टेडियम में सुनाई पड़ रही थी। 116 मिनट की शानदार बल्लेबाजी में, उन्होंने 153 रन बनाए और गेंदबाजों को विकेट लेने का कोई मौका तक नहीं दिया। उनकी पारी में 14 चौके और 11 छक्के शामिल थे, जो उस समय एक विश्व रिकॉर्ड था।

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