विराट कोहली ने खुद खोला राज, ऐसे बने दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज और बेस्ट कप्तान
बर्मिघम, 31 जुलाई (CRICKETNMORE)| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उनका ध्यान एकाग्र रहकर अपने प्रदर्शन को बेहतर करने पर रहता है न कि किसी को यह साबित करने पर कि वो क्या कर सकते हैं। भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है। भारत को यहां पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है जिसका पहला मैच बुधवार से एजबेस्टन में शुरू हो रहा है।
विराट का पिछला इंग्लैंड दौरा अच्छा नहीं रहा था। ऐसे में उनके इस दौरे पर कई क्रिकेट पंडितों और पूरे भारत की नजरें टिकी हुई हैं लेकिन भारतीय कप्तान का कहना है कि वह इंग्लैंड में किसी को कुछ साबित करने नहीं आए हैं। वह सिर्फ एकाग्र रहकर अपनी क्रिकेट खेलना चाहते हैं और टीम को आगे ले जाना चाहते हैं।
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मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में विराट ने कहा, "शुरुआती दिनों में मैं बहुत कुछ पढ़ा करता था। तब मुझे मेरी आलोचनाएं परेशान करती थीं। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं अब पढ़ता नहीं हूं। साउथ अफ्रीका में दो टेस्ट मैच तक मुझे नहीं पता था कि क्या चल रहा है। मेरा ध्यान सिर्फ मेरी तैयारी और टीम पर रहता है।"
विराट ने कहा, "अगर मैं इन सभी चीजों पर अपना ध्यान लगाऊंगा तो मैं अपनी मानिसक शांति को खत्म करूंगा। मैं जब बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मेरे हाथ में बल्ला होता है। मुझे बहुत साफ मानसिकता में रहना होता है और वो मैं तब ही कर पाऊंगा जब मैं अपने आप पर ध्यान दूंगा। मैं अच्छे से रन करना चाहता हूं और भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना चाहता हूं।"
उन्होंने कहा, "आपको उस चीज पर ध्यान देना होता है जो आप करना चाहते हैं। आपको अपनी काबिलियत पर विश्वास होना चाहिए। ऐसा करने से मुझे पता चलता है कि क्या करना है। यह सभी अपने ऊपर विश्वास की बात है। अगर आपमें विश्वास नहीं है तो आप भारत में फ्लैट पिच पर भी आउट हो जाएंगे। अगर आपको अपने आप में विश्वास है तो आप हरी पिच पर भी रन कर सकते हैं।"
भारत ने इस सीरीज के पहले तीन मैचों के लिए तीन स्पिनर कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को चुना है। मैच में अंतिम-11 में किसे जगह मिलेगी, इस पर अनुमान लगाना दिलचस्प बात हो गई है।
विराट ने हालांकि टीम संयोजन पर कुछ भी साफ तौर से जाहिर नहीं किया। उन्होंने कहा कि टेस्ट में टीम में संतुलन बेहद जरूरी होता है और इसी को ध्यान में रखते हुए वह टीम प्रबंधन के साथ मिलकर अंतिम-11 पर फैसला लेंगे।
कोहली ने कहा, "लंबी सीरीज में कई बार इस तरह की स्थिति आती है। ऐसे में आपको टीम प्रबंधन के साथ बैठकर फैसला लेना होता है। ऐसे में ज्यादा लोग जिस बात पर सहमत होते हैं, वही फैसला लिया जाता है। इसके बाद हम पीछे मुड़कर नहीं देखते। इसलिए हम एक टीम के तौर पर आगे बढ़ रहे हैं।"
कप्तान के मुताबिक, "टेस्ट क्रिकेट में टीम का संतुलन काफी मायने रखता है। टेस्ट क्रिकेट काफी लंबी होती है। आपके पास दो पारियां होती हैं। मैच में कई बार स्थितियां आपके पक्ष में होती हैं तो कई आपके खिलाफ। यही हम कल (बुधवार को) देखेंगे।"