ये हैं IPL के इतिहास के 5 सबसे अनलकी खिलाड़ी

Updated: Wed, Oct 16 2019 14:17 IST
IANS

इंटरनेशनल हो या फिर घरेलू क्रिकेटर, हर कोई दुनिया की सबसे बड़े टी-20 टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना चाहता। आईपीएल में प्लेइंग इलेवन में ज्यादा से ज्यादा विदेशी खिलाड़ियों को खिला सकते हैं,जिसके चलते कई क्रिकेटरों को ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिल पाता।आज हम बात करेंगे आईपीएल में ऐसे पांच खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें किसी भी आईपीएल टीम में नियमित रूप से खेलने का मौका नहीं मिला।

इयोन मोर्गन

लिमिटेड ओवर क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक इयोन मोर्गन को कभी उनके क्षमता के अनुरूप इस्तेमाल नहीं किया गया है। साल 2010 में बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने उन्हें 2.2 करोड़ में खरीदा लेकिन उन्हें सिर्फ 6 मैचों में ही खेलने का मिला। लेकिन साल 2011 से 2013 आईपीएल के बीच मॉर्गन को 26 मैचों में खेलने का मौका मिला। 2015 और 2016 में वो सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से जुड़े और बल्ले से अच्छा प्रदर्शन भी किया लेकिन इसके बावजूद हैदराबाद ने उन्हें 2017 आईपीएल से पहले टीम से निकाल दिया। बाद में वो किंग्स इलेवन पंजाब में खरीदे गए जहां वो टीम से अंदर- बाहर होते रहे। इंग्लैंड को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले मोर्गन को आईपीएल 2019 में उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। 

 

शाहबाज नदीम

झारखंड के बाएं हाथ के स्पिनर शहबाज नदीम को जब भी आईपीएल में मौका मिला है तब-तब उन्होंने अपनी टीम के लिए विकेट चटकाए है। नदीम ने साल 2011 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए डेब्यू किया और फिर बाद में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने उन्हें खरीदा। उन्हें कभी भी लगातार मैचों में नहीं खेलाया गया है। सिर्फ 3 अलग-अलग सीजन में ही नदीम को 10 मैचों से ज्यादा में खेलने का मौका मिला है। टी20 क्रिकेट में नदीम की इकॉनमी रेट 6.81 रही है लेकिन इसके बावजूद वो किसी भी आईपीएल टीम के नियमति हिस्से बन के नहीं रहे।

बेन कटिंग 

टी- 20 क्रिकेट में ऑलराउंडर हमेशा से तुरुप का इक्का साबित होते है। लेकिन ये बहुत आश्चर्य वाली बात है कि ऑस्ट्रेलिया के बेजोड़ ऑलराउंडर बेन कटिंग को अपने करियर में सिर्फ 21 मैचों में खेलने का मौका मिला है। कटिंग ने इस दौरान राजस्थान, मुंबई और हैदराबाद जैसी टीमों के लिए खेला है और काफी दमदार प्रदर्शन किया है।  यहां तक की बेन कटिंग साल 2016 के आईपीएल फाइनल में 15 गेंदों में 39 रन बनाते हुए और कुछ विकेट हासिल करते हुए "मैन ऑफ दी मैच" बने थे। इसके बावजूद उनके काबिलियत को कोई भी आईपीएल टीम सही से इस्तेमाल नहीं कर पाई।

 

बाबा अपराजित

तमिलनाडु के युवा बल्लेबाज बाबा अपराजित साल 2012 की विजेता अंडर-19 भारतीय टीम के सदस्य थे। 17 साल की उम्र में बाबा अपराजित ने तमिलनाडु की टीम में अपनी जगह बनाई और तब से वो घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे है।

बाबा अपराजित आईपीएल में कुछ टीमों के हिस्सा तो रहे लेकिन उन्हें कभी भी डेब्यू करने का मौका नहीं मिला। वो महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के टीम में खरीदे तो गए लेकिन कभी भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। अपराजित ने इस साल के तमिलनाडु प्रीमियर लीग और विजय हजारे ट्रॉफी में जम कर रन बनाए हैं और देखते है आने वाले आईपीएल में कोई टीम उन्हें मैदान पर खेलने का मौका देती है या नहीं।

नाथू सिंह

 राजस्थान के लंबें कद के तेज गेंदबाज नाथू सिंह ने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए 87 रन देकर 7 विकेट हासिल किए थे। कुछ महीने बाद साल 2016 में मुंबई इंडियंस ने जब उन्हें 3.2 करोड़ की राशि में खरीदा तब वो और भी ज़्यादा सुर्खियों में आये। हालांकि कभी भी उन्हें मुंबई के तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला। साल 2017 में गुजरात लायंस ने उन्हें खरीदा जहां एक मैच में उन्होंने महज 15 रन देते हुए एक विकट भी चटकाया। नाथू सिंह का टी20 रिकॉर्ड काफी अच्छा है। 19 टी20 मैचों में उनके नाम 30 विकेट है इसके बावजूद कोई भी आईपीएल टीम उनपर ध्यान नहीं दे रही।

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