31 साल के हुए टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, जानिए उनसे जुड़ी खास बातें और रिकॉर्ड्स
भारतीय क्रिकेट टीम में लंबू के नाम से मशहूर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा आज अपना 31वां जन्मदिन मना रहे है। इशांत भारतीय क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक है। 2 सितंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे इशांत के बारे में आइये जानते है कुछ दिलचस्प बातें।
कोहली से है याराना
इशांत शर्मा ने साल 2006 में इंडिया अंडर-19 के लिए इंग्लैंड का दौरा किया । खास बात यह है कि उन्होंने अपना अंडर-19 , वनडे और टेस्ट विराट कोहली के साथ डेब्यू किया । इसके अलावा दोनों ने तमिलनाडु के खिलाफ फर्स्ट क्लास मैच और दिल्ली रणजी क्रिकेट में भी एकसाथ जगह बनाई।
इशांत शर्मा के बदौलत बने ये बड़े रिकॉर्ड
टेस्ट मैचों में भारत के खिलाफ तीन सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर माइकल क्लार्क(329*) , ब्रेंडन मैकुलम( 302) एलेस्टर कुक( 294) के नाम है। खास बात यह है कि ये इशांत शर्मा ने इन तीनों बल्लेबाजों का कैच छोड़ा जिसके बाद उन्होंने ये बड़े स्कोर बनाए।
इस लिस्ट में हैं नंबर 1
इशांत शर्मा एशिया के बाहर टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं। वह अब तक के अपने करियर में एशिया के बाहर 157 विकेट हासिल कर चुके हैं। इस मामले में दूसरे नंबर पर महान कपिल देव हैं,जिन्होंने एशिया के बाहर भारत के लिए टेस्ट मैचों में 155 विकेट हासिल किए थे।
कपिल देव के बाद ऐसा करने वाले दूसरें भारतीय गेंदबाज
साल 2008 में इशांत शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए टेस्ट सीरीज में कुल 15 विकेट हासिल किए थे जिसके बाद उन्हें 'मैन ऑफ द सीरीज" के खिताब से नवाजा गया था। इशांत से पहले यह कारनामा भारत के पूर्व ऑलराउंडर कपिल देव ने साल 1983 में किया था।
भारत के तीसरे सबसे सफल तेज गेंदबाज
इशांत शर्मा के नाम 92 टेस्ट मैचों में कुल 277 विकेट दर्ज हैं। इसी के साथ वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे तेज भारतीय गेंदबाज भी बन गए हैं।
लॉर्ड्स के मैदान पर यादगार प्रदर्शन
साल 2014 में इशांत शर्मा ने लॉर्ड्स के मैदान पर तेज गेंदबाजी का शानदार नमूना पेश। उस पारी में उन्होंने 74 रन देते हुए 7 विकेट चटकाए जिसकी बदौलत भारत ने इंग्लैंड की टीम को लॉर्ड्स के मैदान पर 21 साल बाद हराया था।
विदेश की धरती पर शानदार रिकॉर्ड
इशांत शर्मा ने अपने करियर में कुल 9 बार एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है जिसमें से 6 बार उन्होंने यह कारनामा विदेशी धरती पर किया हैं। उन्होंने 2 बार न्यूज़ीलैंड ,2 बार वेस्टइंडीज, 1 बार श्रीलंका और 1 बार इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की है।
इसके अलावा उन्होंने साल 2008 की कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में कुल 14 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।