अफगानिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज निराशाजनक अभियान का सकारात्मक अंत चाहेगा भारत
मीरपुर/नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.) । एशिया कप के फाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी भारतीय टीम अपने आखिरी लीग मैच में कल यहां अफगानिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज करके एशिया कप के अपने निराशाजनक अभियान का सकारात्मक
मीरपुर/नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.) । एशिया कप के फाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी भारतीय टीम अपने आखिरी लीग मैच में कल यहां अफगानिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज करके एशिया कप के अपने निराशाजनक अभियान का सकारात्मक अंत करना चाहेगी।
लगातार पराजयों से पस्त भारत पहली बार एशिया कप में भाग ले रहे अफगानिस्तान पर बोनस अंक सहित जीत दर्ज करने की कोशिश करेगा। इससे टी20 विश्व कप से पहले टीम का कुछ मनोबल बढ़ेगा। भारतीय टीम के लिये हालांकि यह आसान नहीं होगा क्योंकि नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में उसके लिये जीत हासिल करना मुश्किल रहा है।
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भारतीय बल्लेबाज कप्तान विराट कोहली के इर्द गिर्द घूमती रही है क्योंकि कोई भी अन्य बल्लेबाज लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने का जज्बा नहीं दिखा पाया है। जिस टीम को उसकी मजबूत बल्लेबाजी के लिये जाना जाता था वही हार और जीत में मुख्य अंतर पैदा कर रही है। अफगानिस्तान के खिलाफ फिर से भारतीय बल्लेबाजी की परीक्षा होगी। अफगानिस्तान के तेज गेंदबाजों ने प्रभावशाली प्रदर्शन करके सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। उसके पास शापूर और दौलत जादरान के रूप में बहुत अच्छे तेज गेंदबाज है। बायें और दायें हाथ का गेंदबाज होने से तेज गेंदबाजी में विविधता भी आती है। उसके स्पिन विभाग में कप्तान मोहम्मद नबी, समीउल्लाह शेनवारी और हमजा होताक जैसे स्पिनर हैं। अफगानिस्तान की टीम उत्साह से लबरेज है। उसने बांग्लादेश को 32 रन से हराया जो कि टेस्ट खेलने वाले देशों के खिलाफ उसकी पहली जीत है। उसके गेंदबाजों के निशाने पर मुख्य रूप से कोहली होंगे। दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के निराशाजनक दौरे के बाद भारतीय टीम के प्रदर्शन में किसी तरह का सुधार नहीं दिखा है। कोहली की आक्रामक कप्तानी भारतीय टीम में कुछ नयापन तो लेकर आयी लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच को छोड़कर दुर्भाग्य से उन्हें जीत नहीं मिली। कोहली ने कप्तान की भूमिका अच्छी तरह से निभायी है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ छह विकेट की जीत में भारत को शुरूआती झटकों से उबारा और 136 रन की पारी खेली। इसके बाद कोहली बड़ी पारी नहीं खेल पाये और इन दोनों मैचों में भारत को हार झेलनी पड़ी। भारत के विशेषज्ञ बल्लेबाजों रोहित शर्मा, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायुडु ने भी अर्धशतक जमाये लेकिन वे इसके बड़ी पारी में नहीं बदल पाये जिससे कि मुख्य अंतर पैदा हुआ। पाकिस्तान के खिलाफ रोहित ने टीम को अच्छी शुरूआत दी लेकिन अर्धशतक पूरा करने के बाद उन्होंने अपना विकेट इनाम में दिया। अंबाती रायुडु के 58 और रविंद्र जडेजा के नाबाद 52 रन की बदौलत भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया था।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील