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1983 वर्ल्ड कप: दिलीप वेंगसरकर ने कहा, कपिल देव पूरे टूर्नामेंट में शानदार थे

कोलकाता, 25 जून| भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने कहा है कि 1983 वर्ल्ड कप जीतना भारत के लिए मील का पत्थर साबित हुआ जो बड़ा बदलाव लेकर आया। उन्होंने कहा कि भारत ने क्रिकेट में, जो अब

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Dilip Vengsarkar
Dilip Vengsarkar (IANS)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jun 25, 2020 • 04:13 PM

कोलकाता, 25 जून| भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने कहा है कि 1983 वर्ल्ड कप जीतना भारत के लिए मील का पत्थर साबित हुआ जो बड़ा बदलाव लेकर आया। उन्होंने कहा कि भारत ने क्रिकेट में, जो अब इस देश में धर्म बन चुका है, तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
June 25, 2020 • 04:13 PM

कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 25 जून 1983 में दो बार की वर्ल्ड विजेता वेस्टइंडीज को हरा पहली वर्ल्ड कप जीता था।

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किसी ने भारत से इसकी उम्मीद नहीं की थी लेकिन कपिल की सेना ने सभी को हैरान करते हुए ट्रॉफी उठाई।

वेंगसरकर ने आईएएनएस से कहा, "भारतीय क्रिकेट में हुई यह सबसे महान चीज है।"

वेंगसरकर ने इस जीत के लिए कप्तान कपिल देव की जमकर तारीफ की है। कपिल ने इस वर्ल्ड कप में 303 रन बनाए थे जिसमें जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई 175 रनों की पारी भी शामिल है। इस पारी को वनडे इतिहास की सबसे शानदार पारी कहा जाता है।

उन्होंने कहा, "भारतीय क्रिकेट ने वहां से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वहां से हम आगे ही बढ़े। मुझे याद है कि कपिल ने शानदार प्रदर्शन किया था और वह मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी बने थे।"

दाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "हमने सभी मान्यताओं को पीछे छोड़ते हुए विंडीज को मात दी। कपिल ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया।"
 

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