अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट में भारी बारिश और खराब आउटफील्ड के कारण तीसरे दिन का खेल भी रद्द हो गया। मैदान के हालात इतने खराब थे कि आउटफील्ड गीला होने के कारण टॉस भी नहीं हो सका। नोएडा में दो हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है और इस टेस्ट मैच से पहले भी लगातार बारिश हो रही है और जब पहले दो दिन बारिश नहीं हुई तो भी ग्राउंड इतना गीला था कि ग्राउंड्समैन की भरसक कोशिश के बावजूद पहले दो दिन का खेल ना हो सका।
ग्रेटर नोएडा क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान को दी गई सुविधाओं को लेकर विवाद भी लगातार जारी है। बारिश के कारण तीसरे दिन का खेल भी रद्द होने से पहले, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैनेजर मेंहजुद्दीन राज ने खुलासा किया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें तीन विकल्प दिए थे। इन तीन विकल्पों में कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा थे, लेकिन उन्होंने लॉजिस्टिक मुद्दों से बचने के लिए ग्रेटर नोएडा के विकल्प को चुना।
मेंहजुद्दीन राज ने एनडीटीवी स्पोर्ट्स के हवाले से कहा, “बीसीसीआई ने हमें तीन स्थानों की पेशकश की थी। इनमें कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा थे। हमने ग्रेटर नोएडा में खेलना चुना क्योंकि ये लॉजिस्टिक के मामले में सबसे सुविधाजनक था। दिल्ली एयरपोर्ट से दो घंटे की ड्राइव थी। ये स्थल हमेशा से अफगानिस्तान का घरेलू स्थल रहा है। अगर हम 2016 से बात करें, तो हम यहां खेल रहे हैं। ये बारिश की वजह से है। कल भी बारिश हुई थी। हमने यहां एक स्थानीय टीम के साथ तीन दिवसीय खेल खेला था, जो अच्छा रहा। हमें किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन जब बारिश शुरू हुई, तो ये सब हुआ।”