Advertisement

NIT श्रीनगर ने दिया फरमान, स्टूडेंट एक साथ नहीं देखेंगे भारत-पाकिस्तान का मैच

एशिया कप 2022 में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला देखने के लिए पूरी दुनिया बेताब नजर आ रही है लेकिन इसी बीच NIT श्रीनगर ने स्टू़डेंट्स के लिए एक फरमान जारी कर दिया है।

Advertisement
Cricket Image for NIT श्रीनगर ने दिया फरमान, स्टूडेंट एक साथ नहीं देखेंगे भारत-पाकिस्तान का मैच
Cricket Image for NIT श्रीनगर ने दिया फरमान, स्टूडेंट एक साथ नहीं देखेंगे भारत-पाकिस्तान का मैच (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Aug 28, 2022 • 03:12 PM

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2022 में होने वाली भिड़ंत का इंतज़ार काफी बेसब्री से किया जा रहा है लेकिन इसी बीच इस बड़े मुकाबले से पहले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर (NIT Srinagar) ने अपने छात्रों के लिए एक फरमान जारी कर दिया है। NIT ने अपने छात्रों से कहा है कि वो एशिया कप में होने वाले भारत और पाकिस्तान के मैच को एक साथ बैठकर यानि ग्रुप में नहीं देखेंगे और ना ही इससे संबंधित कोई भी पोस्ट सोशल मीडिया पर डालेंगे।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
August 28, 2022 • 03:12 PM

डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से जारी नोटिस में संस्थान ने छात्रों को मैच के दौरान अपने आवंटित कमरों में रहने के निर्देश दिए हैं। छात्रों को महाविद्यालय या छात्रावास परिसर में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता ना करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान नियमों की अवहेलना करने के दोषी पाए जाने वाले छात्रों पर 5,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।

Trending

एनआईटी ने अपने नोटिस में लिखा, “छात्रों को पता है कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में विभिन्न देशों से जुड़ी एक क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहा है। छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वो खेल को खेल के रूप में लें और संस्थान/छात्रावास में किसी प्रकार की अनुशासनहीनता ना पैदा करें। छात्रों को मैच देखने के लिए अन्य छात्रों के कमरे में प्रवेश करने की भी अनुमति नहीं है। यदि किसी विशेष कमरे में मैच देखने वाले छात्रों का ग्रुप है, तो जिन छात्रों को वो विशेष कमरा आवंटित किया गया है, उन्हें संस्थान के छात्रावास के आवास से वंचित कर दिया जाएगा और सभी छात्रों पर कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।“

Also Read: Asia Cup 2022 Scorecard

आपको बता दें कि एनआईटी का ये कदम सही भी है क्योंकि 2016 में टी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की हार के बाद संस्थान में लड़ाईयां छिड़ गई थी। इसके चलते कई दिनों तक संस्थान को बंद भी करना पड़ा था। इसलिए, प्रशासन ने फिर से इस तरह के किसी भी परिस्थिति से बचने के लिए निर्देश जारी किए हैं।

Advertisement

Advertisement