'कागज़ के शेर, घर में ढेर', अहमद शहज़ाद ने उड़ाया टीम इंडिया का मज़ाक
पाकिस्तान क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे अहमद शहज़ाद ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज हार के बाद भारतीय टीम का मज़ाक उड़ाने की कोशिश की है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज सीरीज में हार के बाद टीम इंडिया को काफी ट्रोल किया जा रहा है। इस करारी हार के साथ ही भारत का 12 साल का घरेलू जीत का सिलसिला भी खत्म हो गया। इस हार के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान के क्रिकेटर्स भी भारतीय टीम पर तंज़ कस रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहज़ाद ने भी टीम इंडिया का मज़ाक उड़ाया है।
भारत ने बेंगलुरु में पहला टेस्ट आठ विकेट से गंवाया था, जबकि पुणे में दूसरा टेस्ट भारत 113 रन से हार गया था। तीन मैचों की सीरीज के आखिरी मैच में अब टीम इंडिया अपनी इज्जत बचाने के लिए खेलेगी और सीरीज का समापन तीसरे टेस्ट के साथ होगा, जो 1 नवंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा।
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भारत की सीरीज हार पर रिएक्ट करते हुए अहमद शहज़ाद ने रोहित शर्मा की टीम को कागज़ के शेर कहा है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कहा, “न्यूजीलैंड ने भारत आकर उन्हें इस तरह से पीटा जैसे उन्हें ऐसा करने का अधिकार हो, उन्हें बच्चों की तरह पीटा और चले गए। उन्होंने भारत के साथ मजाक किया है। लोग अब कह रहे हैं, ‘कागज के शेर, घर पर ढेर हो गए।’
आगे बोलते हुए शहज़ाद ने कहा, “जब भारत 46 रन पर आउट हो गया था (पहले टेस्ट में), रोहित शर्मा ने कहा था, ‘हर किसी का दिन खराब होता है।’ और हम इसे स्वीकार करते हैं। बिल्कुल सही। लेकिन इस टेस्ट मैच में भी, जिस तरह से आपने क्रिकेट खेला है, ऐसा लगता है कि आप आत्मसंतुष्ट हो गए हैं। रोहित शर्मा कहते हैं कि वो अनावश्यक बातों में विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन पिछले दो टेस्ट मैचों में वो भावना गायब थी। ये दोनों मैच इस तरह से खेले गए हैं कि ऐसा लगता है कि स्कूली बच्चे खेल रहे हैं।"
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वहीं, इस सीरीज में भारत की हार का मतलब है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए उनकी दौड़ जटिल और चुनौतीपूर्ण हो गई है। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम अभी भी स्टैंडिंग में शीर्ष स्थान पर है, लेकिन पैट कमिंस की ऑस्ट्रेलिया स्टैंडिंग में पहले से कहीं ज्यादा करीब है। अगर भारतीय टीम आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहती है, तो अगले साल WTC फाइनल में उनका स्थान मुश्किल में पड़ सकता है।