टीम इंडिया ने अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में बॉर्डर- गावस्कर सीरीज जीतकर इतिहास रचा है। अंजिक्य रहाणे ने अपनी कप्तानी और रवैयै दोनों से ही फैंस का दिल जीता है। अंजिक्य रहाणे के स्वागत के लिए उनके पड़ोसियों ने केक का आयोजन किया था लेकिन जब रहाणे केक काटने वाले थे तो उन्होंने कंगारू पर ध्यान दिया और केक काटने से इनकार कर दिया।
रहाणे ने इस मुद्दे पर एक चैट शो के दौरान बातचीत की है। रहाणे ने कहा, 'कंगारू उनका राष्ट्रीय पशु है। मैं ऐसा नहीं करना चाहता था। आप अपने विपक्षी को सम्मान देते हैं, आप उनके साथ अच्छा व्यवहार करते हैं भले ही आप जीतते हों या इतिहास बनाते हों। आपको अपने प्रतिद्वंद्वी और अन्य देशों के लिए सम्मान करना होगा। इसीलिए मैंने कंगारू के साथ केक न काटने के बारे में फैसला लिया था।'
मालूम हो कि अंजिक्य रहाणे को उस वक्त टीम इंडिया की कप्तानी दी गई थी जब एडिलेड टेस्ट मैच में टीम इंडिया 36 पर ऑलआउट हो गई थी। एक तरफ ए़डिलेड में मिली शर्मनाक हार और दूसरी तरफ विराट कोहली पितृत्व अवकाश के लिए भारत वापस लौट गए थे। अंजिक्य रहाणे को उस टीम की कमान दी गई थी जिसका हारना लगभग तय था लेकिन रहाणे ने इतिहास रचने में कामयाबी पाई थी।
Always wanted to ask @ajinkyarahane88 about the cake he was offered with a kangaroo on it and why he refused to cut it. The small things that tell you more about a person. More of this conversation on his FB page. pic.twitter.com/YZwwQKlFJq
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) January 30, 2021