5 अक्टूबर से 50 ओवर वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है, लेकिन इससे पहले भारतीय टीम के सामने एक समस्या आ खड़ी हुई है। दरअसल, भारतीय टीम के हरफनमौला खिलाड़ी अक्षर पटेल एशिया कप के दौरान चोटिल हो गए थे, जिस वजह से अब अगर वह वर्ल्ड कप से पहले पूरी तरह फिट नहीं हो पाते तो ऐसे में मैनेजमेंट को उनकी रिप्लेसमेंट खोजनी होगी। रविचंद्रन अश्विन और वाशिंगटन सुंदर उनकी रिप्लेसमेंट बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं, लेकिन इसी बीच अब भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी अमित मिश्रा ने वह कारण बताया है जिस वजह से अनुभवी गेंदबाज अश्विन को भारत की वर्ल्ड कप प्रोविजनल स्क्वाड का हिस्सा नहीं बनाया गया था।
दरअसल, अमित मिश्रा का मानना है कि अश्विन आज भी एक विकेट-टेकर गेंदबाज हैं, लेकिन उनकी कमजोर फील्डिंग वह कारण है जिस वजह से उनकी जगह इंडियन स्क्वाड में नहीं बन सकी। अमित मिश्रा ने कहा,'अश्विन निस्संदेह एक क्वालिटी गेंदबाज हैं। वह विकेट चटकाते हैं, लेकिन याद रखें कि यह 20 ओवर का खेल नहीं है। यह 50 ओवर का है। आपको 10 ओवर गेंदबाजी के अलावा 40 ओवर फील्डिंग भी करनी होगी और बल्लेबाजी भी करनी पड़ सकती है।'
वह आगे बोले, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह लंबे समय से खेल रहे हैं। वो विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे हैं, लेकिन फील्डिंग का भी मामला है और यही कारण है कि एक युवा खिलाड़ी को उनके ऊपर चुना जा सकता है। उन्हें चुने जाने का एकमात्र कारण यह होगा कि अगर एक स्पिनर चोटिल हो जाता है, तो टीम के पास विकेट लेने वाले विकल्प की जरूरत होगी, जिसे अश्विन लाते हैं। ऑफ स्पिन विकल्प के रूप में अश्विन को बढ़त मिली है, क्योंकि भारत के पास पहले से ही दो बाएं हाथ के स्पिनर और कुलदीप यादव के रूप में एक कलाई का स्पिनर है।'