टीम इंडिया के पूर्व चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद (MSK Prasad) का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए लेजेंड खिलाड़ियों के खिलाफ फैसले लिए थे। प्रसाद से यह पूछा गया कि क्या उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व कप्ताम महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने को लेकर निपटना पड़ा था। प्रसाद का कार्यकाल मार्च में खत्म हुआ था।
प्रसाद ने कहा, "सिलेक्टर के रूप में आपको भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए कुछ कड़े फैसले लेने होते हैं जिसमें लेजेंड खिलाड़ियों के खिलाफ भी जाना पड़ता है।"
उन्होंने कहा, "सही उत्तराधिकारी की पहचान करना सिलेक्टर का चीफ काम होता है। सिलेक्टर के तौर पर आपको निष्पक्ष होना पड़ता है और कड़े फैसले लेते वक्त भावनाओं पर काबू रखना होता है। धोनी और सचिन तेंदुलकर जैसा अन्य कोई नहीं हो सकता क्योंकि ये अलग खिलाड़ी हैं और इनके योगदान का कोई मूल्य नहीं है।"