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AUS vs IND: 'यू ही नहीं कोई शार्दुल ठाकुर बन जाता', जानें किस आग में तपकर बनें है बेहतरीन खिलाड़ी

आठ साल पहले जब शार्दूल ठाकुर ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था तब मुम्बई की टीम में सचिन तेंदुलकर, अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे दिग्गज भी थे। ये तीनों दिग्गज हालांकि राजस्थान के साथ हुए उस मैच के

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AUS vs IND: real Struggle of Shardul thakur behind impresssive Performance at india tour of Australi
AUS vs IND: real Struggle of Shardul thakur behind impresssive Performance at india tour of Australi (Shardul Thakur (Image Source: Google))
IANS News
By IANS News
Jan 18, 2021 • 09:38 PM

आठ साल पहले जब शार्दूल ठाकुर ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था तब मुम्बई की टीम में सचिन तेंदुलकर, अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे दिग्गज भी थे।

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January 18, 2021 • 09:38 PM

ये तीनों दिग्गज हालांकि राजस्थान के साथ हुए उस मैच के लिए जयपुर का दौरा नहीं किया था। वे हालांकि रेलवे के खिलाफ मुम्बई के लिए सीजन के पहले मुकाबले में खेले थे।

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सचिन और जहीर को इंग्लैंड के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम से जुड़ना था। जयपुर के मैच में शार्दूल के स्कूली दोस्त रोहित शर्मा कप्तान थे लेकिन शार्दूल उस मौके को दोनों हाथों से लपक नहीं सके थे।

वह सिर्फ एक विकेट ले सके थे और बाद में वह टीम से निकाल दिए गए। मुम्बई ने हालांकि उन्हें उसी सीजन में टीम में वापस बुलाया। सेमीफाइनल में शार्दूल ने सर्विसेज के खिलाफ तीन विकेट लिए।

मुम्बई ने उन पर अगले सीजन में भी भरोसा कायम रखा और उन्होंने 27 विकेट लेते हुए सफलता की नई कहानी लिखी। उसके बाद से शार्दूल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

फर्स्ट क्लास में आठ साल तपने के बाद शार्दूल ने अपना पहला टेस्ट मैच 2018 अक्टूबर में खेला और वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए उस मैच में वह 10 गेंद की गेंदबाजी के बाद ही लंगड़ाते नजर आए।

ठाकुर ने हालांकि अब अपनी असली प्रतिभा दिखा दी है। सोमवार को वह आस्ट्रेलिया में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सात या उससे अधिक विकेट लेने और अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।

दिनेश लाड जो कि रोहित और शार्दूल को स्कूल के समय में ट्रेनिंग दे चुके हैं, ने आईएएनएस से कहा, "कुछ साल पहले वह काफी बल्की हुआ करते थे और दिशाहीन गेंदबाजी करते थे। मैंने उनसे बालू पर दौड़ने के लिए कहा। शार्दूल ने इसके बाद अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया। किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल में उन्हें नहीं मौका दिया इससे वह निराश थे। मैंने उनसे कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं है। अपने मजबूत पक्ष पर काम करो। आप टॉप लेबल पर अभ्यास कर रहे हो।"

लाड मानते हैं कि आज की शार्दूल की सफलता घरेलू क्रिकेट में उनकी मेहनत का नतीजा है। घरेलू क्रिकेट एक खिलाड़ी का टेम्परामेंट बनाने में मदद करती है। शीर्ष स्तर पर खेलने के लिए संयम की जरूरत होती है और शार्दूल को यह संयम घरेलू क्रिकेट से मिला है।

शार्दूल ने ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के लिए अहम मुकाम पर 67 रनों की पारी खेलने के अलावा आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में चार अहम विकेट हासिल किए। शार्दूल ने मार्नस लाबुशैन, कैमरन ग्रीन, टिम पेन और नेथन लॉयन के विकेट हासिल किए।

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