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मुस्तफिजुर को पीएसएल में भाग लेने से रोकने पर विचार

ढाका, 8 जनवरी | बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) अपने तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में नहीं खेलने देने पर विचार कर रहा है। बीसीबी अपने इस गेंदबाज की तकनीक को गुप्त रखना चाहता है। इसलिए वह

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मुस्तफिजुर को पीएसएल में भाग लेने से रोकने पर विचार
मुस्तफिजुर को पीएसएल में भाग लेने से रोकने पर विचार ()
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Jan 08, 2016 • 08:21 PM

ढाका, 8 जनवरी | बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) अपने तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में नहीं खेलने देने पर विचार कर रहा है। बीसीबी अपने इस गेंदबाज की तकनीक को गुप्त रखना चाहता है। इसलिए वह उन्हें पीएसएल में भेजने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं ले पा रहा है।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
January 08, 2016 • 08:21 PM

वेबसाइट ने बीसीबी के एक सूत्र के हवाले से गुरुवार को बताया कि बोर्ड मुस्तफिजुर को पाकिस्तान भेजना नहीं चाहता। इसके लिए बोर्ड उन्हें मुआवजा भी दे सकता है। पीएसएल फ्रेंचाइजी लाहौर कलंदर्स ने मुस्तफिजुर को गोल्ड श्रेणी में खरीदा है। माना जा रहा है कि उन्हें फीस के तौर पर 50,000 डॉलर दिए जाएंगे।

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मुस्तफिजुर की शानदार गेंदाबाजी ने बांग्लादेश को भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछले साल मिली जीत में अहम रोल निभाया था। बल्लेबाजों को उनकी 'कटर' गेंद खेलने में काफी परेशानी हुई थी। सूत्र ने बताया कि आने वाले टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए बांग्लादेश के कप्तान मशरफे बिन मुर्तजा नहीं चाहते कि बल्लेबाज मुस्तफिजुर को खेलने का तरीका ढूंढ पाएं।

मुर्तजा का मानना है कि विरोधी टीमें उन्हें खेलने का तरीका ढूंढ ही निकालेंगी, लेकिन वह नहीं चाहते की टी-20 विश्व कप से पहले उन्हें कोई समझ पाए। साथ ही मुर्तजा को मुस्तफिजुर के चोटिल होने का भी डर है। मुस्तफिजुर को कुछ चोट लगी थीं। 20 साल के तेज गेंजबाज का शरीर भी उतना मजबूत नहीं है। बांग्लादेश प्रीमियर लीग के आखिरी दौर में उनका प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ था। उनके चोटिल होने की संभावना को बोर्ड भी काफी गंभीरता से ले रहा है।

बीसीबी की मीडिया समिति के अध्यक्ष जलाल यूनुस ने गुरुवार को कहा, "मुस्तफिजुर काफी युवा हैं और वह अपने ऊपर काफी दबाव ले रहे हैं। यह उनके और उनके शरीर के लिए ठीक नहीं है। इन सब बातों को देखते हुए हम सोच रहे हैं कि उन्हें पीएसएल में भेजना ठीक होगा या नहीं। लेकिन, इस बारे में अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।"

एजेंसी

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