भारत में क्रिकेटर बनने से पहले हर खिलाड़ी को काफी संघर्ष करना पड़ता है और बंगाल के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी की कहानी भी कुछ ऐसी ही रही। तिवारी ने बेशक भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी-20 मैच ही खेले लेकिन उनका यहां तक का सफर भी आसान नहीं रहा। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों के साथ भारतीय ड्रेसिंग रूम साझा किया औऱ अगर वो थोड़े और भाग्यशाली होते तो वो टीम इंडिया के लिए और भी कई मैच खेल सकते थे।
पूर्व बंगाल कप्तान ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में खुलकर बात की और कहा कि लंबे समय तक भारतीय टीम से बाहर रहने के बाद उन्होंने समय से पहले संन्यास लेने पर विचार किया था। हालांकि, पारिवारिक जिम्मेदारियों ने उन्हें खेलना जारी रखने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने ये भी खुलासा किया कि नट और बोल्ट फैक्ट्री में काम करने से पहले वो अपनी किशोरावस्था के दिनों में कोलकाता में पूरी सब्जी (लोकप्रिय भारतीय भोजन) बेचा करते थे। मनोज तिवारी ने लल्लनटॉप से कहा, "जिम्मेदारी के कारण मैंने समय से पहले रिटायरमेंट नहीं लिया। वो मुश्किल समय था। एक बात हमेशा मेरे दिमाग में रहती थी कि मुझे लोन चुकाना है। कोलकाता में मंगला हाट है, वहां मैं पूरी सब्जी बेचता था। मेरी मां पूरी बनाती थीं। कई बार लोग खाने के पैसे भी नहीं देते थे।"