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चोट के कारण भुवनेश्वर कुमार 6 महीने के लिए बाहर, अब आईपीएल 2021 में ही लौटेंगे

भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार छह महीने तक मैदान से दूर रहेंगे और अब वह आईपीएल 2021 के समय मैदान पर वापसी कर पाएंगे। भुवनेश्वर को दो अक्टूबर को आईपीएल में चेन्नई सुपर के खिलाफ खेले गए मैच में जांघ में

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Image of Pacer bhuvneshwar kumar out for 6 months
Image of Pacer bhuvneshwar kumar out for 6 months (Bhuvneshwar Kumar (Image Source: Google))
IANS News
By IANS News
Dec 24, 2020 • 08:44 PM

भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार छह महीने तक मैदान से दूर रहेंगे और अब वह आईपीएल 2021 के समय मैदान पर वापसी कर पाएंगे। भुवनेश्वर को दो अक्टूबर को आईपीएल में चेन्नई सुपर के खिलाफ खेले गए मैच में जांघ में चेन्नई की पारी के 19वें ओवर के दौरान चोट लगी थी और वह केवल एक ही गेंद फेंकने के बाद मैदान से बाहर चले गए थे।

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By IANS News
December 24, 2020 • 08:44 PM

30 वर्षीय भुवनेश्वर फिलहाल बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अपनी चोट से उबर रहे हैं और वह अगले महीने तक अपना रिहेबिलिटेशन पूरा कर लेंगे। भारतीय तेज गेंदबाज अब छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहेंगे।

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इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, "अब वह केवल आईपीएल के समय तक ही फिट हो पाएंगे क्योंकि वह छह महीने तक प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट से बाहर हो गए हैं।"

स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट हीथ मैथ्यूज, जोकि मुंबई इंडियन्स से जुड़े हैं, ने कहा है कि भुवनेश्वर को क्लासिक चोटें लग रही हैं।

मैथ्यूज ने आईएएनएस से कहा, " तेज गेंदबाजों के साथ समस्या यह है कि यह शरीर पर एक बड़ा पतला लगाता है। पिछले कुछ वर्षो से उनकी किस्मत उनका साथ नहीं दे रही हैं और उन्हें काफी चोटें लग रही हैं। कभी पीठ में खिंचाव, साइड स्ट्रेन तो कभी हैमस्ट्रिंग स्ट्रेन। यह सब लोअर बैक एरिया में है, जोकि अक्सर गेंदबाजों के लिए समस्या खड़ी करती है।"

यह पूछे जाने पर कि क्या भुवनेश्वर जैसे गेंदबाजों की गेंदबाजी की गति या शैली में बदलाव एक तेज गेंदबाज के शरीर पर प्रभाव डाल सकता है, मैथ्यूज ने कहा, " कभी-कभी एक गेंदबाज जो अतिरिक्त गति और अतिरिक्त स्विंग प्राप्त करने की कोशिश करता है तो उसे ऐसा करने के लिए कुछ सीजन लगते हैं। कई बार, नई स्ट्रेस में ढलने में शरीर को थोड़ा समय लगता है। दुर्भाग्य से, यह कुछ क्षेत्रों में यह ओवरलोड हो सकता है। एलीट लेवल पर आप इसके ज्यादा करीब हैं। बदलाव आपके शरीर के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है और इसे समायोजित होने में लंबा समय लेता है।"

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