क्रिकेट जगत में अचानक से बांस के बल्लों को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है लेकिन मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने बांस से बने क्रिकेट बैट के आइडिया को सिरे से नकार दिया है। एमसीसी का कहना है कि इस बैट से खेलना नियमों के खिलाफ है।
इसके साथ ही एमसीसी ने ये भी कहा है कि वो अपने निमयों की उप-समिति की बैठक के दौरान इस मामले पर चर्चा जरूर करेंगे। एक अध्ययन के अनुसार ये सामने आया है कि, बांस से बने बैट ज्यादा टिकाऊ होते हैं और यॉर्कर्स को भी चौके तक पहुंचाने की ताकत रखते हैं।
एमसीसी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "नियम 5.3.2 में कहा गया है कि बल्ले के ब्लेड में पूरी तरह से लकड़ी होनी चाहिए, इसलिए अगर बांस को विलो के विकल्प के रूप में माना जाता है तो नियमों में बदलाव की आवश्यकता होगी। सबसे बड़ी बात यह है कि बांस को परमिशन देने के लिए नियम को बदलना होगा।"