IND vs ENG: 'स्पिन पिचों पर खेलने के लिए प्रतिभा का होना बहुत जरूरी', टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी को लेकर कोहली का महत्वपूर्ण बयान
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि सफेद गेंद ने स्पिन समर्थित पिचों पर बल्लेबाजों के डिफेंस को काफी प्रभावित किया है। भारत और इंग्लैंड की टीम के बल्लेबाज तीसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे थे।
उन्होंने कहा, "मुझे समझ नहीं आता कि क्रिकेट गेंद और पिच पर इतना ध्यान क्यों केंद्रित किया जा रहा है। हम इस बात पर ध्यान, क्यों नहीं देते कि बल्लेबाजों के पास ऐसी पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए कौशल नहीं था। दोनों टीम ने तीसरे टेस्ट में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।"
कप्तान ने कहा, "मैं आगे भी ऐसा कहता रहूंगा, क्योंकि मैं काफी समय से खेल रहा हूं और मुझे पता है कि क्रिकेट के मैदान पर क्या होता है। इसका गेंद के रंग और आकार से कोई लेना देना नहीं है। चेन्नई की पिच हालांकि थोड़ी अलग थी जहां तेजी थी।"
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कोहली ने कहा, "पिछले मैच का नतीजा दोनों टीमों की खराब बल्लेबाजी का परिणाम था। हालांकि हमने इंग्लैंड से ज्यादा रन खड़े किए। यह बस खराब बल्लेबाजी की बात है। मैच तीसरे या चौथे दिन तक खत्म होना चाहिए था।"
उन्होंने कहा, "हम न्यूजीलैंड में तीन दिन में हारे। लेकिन किसी ने पिच के बारे में कुछ नहीं लिखा। यह सिर्फ ऐसा था कि भारत न्यूजीलैंड में खराब खेला और किसी ने पिच की आलोचना नहीं की। कोई यह देखने नहीं आया कि पिच कैसी है और गेंद कैसे जा रही है।"
कप्तान ने कहा, "किसी ने यह भी नहीं देखा कि पिच में कितनी घास है। हमारी सफलता का सबसे बड़ा कारण यह है कि हम जिन पिचों पर खेले उसकी आलोचना नहीं की। हम आगे बढ़ने वाली एक टीम के रुप में खेलते रहेंगे।"
कोहली ने कहा, "स्पिन पिचों पर ज्यादा ध्यान दिया गया। जब तेज गेंदबाजों के मदद वाली पिच पर टीम 40, 50 या 60 रन पर आउट होती है तो कोई इसके बारे में कोई नहीं लिखता। हम सभी को ईमानदार बनने की जरूरत है। इस मुद्दे को लगातार उठाने के पीछे क्या उद्देश्य है।"