IPL 2019: चेन्नई को हराकर पहली बार फाइनल में जाने का सपना लेकर उतरेगी दिल्ली,देखें संभावित XI
विशाखापट्टनम, 9 मई (CRICKETNMORE)| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में बदले हुए नाम से उतरी दिल्ली फ्रेंचाइजी ने अपने प्रदर्शन से खुद के इतिहास में बड़ा बदलाव करते हुए सभी को हैरान किया है। इस साल छह सीजन...
पंत ने इस सीजन आखिरी ओवरों में कई ऐसा पारियां खेली हैं जिन्होंने दिल्ली की जीत का रास्ता खोला है। इस जीत में हालांकि सिर्फ पंत ही नहीं एक और युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की 56 रनों की पारी भी अहम रही जिसने दिल्ली की जीत की नींव रखी थी।
दिल्ली की बल्लेबाजी की खासियत यही रही है कि उसका कोई न कोई बल्लेबाज टीम के लिए स्कोर कर जाता है। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन तो इस सीजन बल्ले से जबरदस्त फॉर्म में हैं। वहीं कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी कई अच्छा पारियां खेली हैं।
Trending
बीते मैच में हालांकि यह दोनों चले नहीं थे तो उनकी भरपाई पंत और शॉ ने कर दी थी। इन चारों के अलावा दिल्ली के पास कोलिन मुनरो, कोलिन इनग्राम, शेरफेन रदरफोर्ड जैसे बल्लेबाज है।
गेंदबाजी में दिल्ली के पास ट्रेंट बाउल्ट, ईशांत शर्मा जैसे तेज गेंदबाज हैं। बाउल्ट पिछले मैच में महंगे साबित हुए थे और 12.33 की औसत से रन लुटाए थे लेकिन ईशांत ने किफायती गेंदबाजी की थी। उन्होंने चार ओवरों में 8.50 की औसत से सिर्फ 34 रन दिए थे और दो विकेट हासिल किए थे। कीमो पॉल ने मौके पूरा फायदा उठाया था और तीन सफलताएं अर्जित की थीं।
स्पिन में अमित मिश्रा, अक्षर पटेल जैसे दो अनुभवी स्पिनर दिल्ली के पास हैं।
वहीं अगर चेन्नई की बात की जाए तो उसकी समस्या पावरप्ले में तेजी से रन न बना रही है। टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने भी पहले क्वालीफायर के बाद इस बात को सरेआम कबूल किया था। धोनी और उनकी टीम के लिए यह एक चुनौती बन गई है। इसका एक बड़ा कारण शेन वाटसन का फॉर्म में न होना है। पिछले सीजन जब चेन्नई ने वापसी करते हुए खिताब जीता था तब वाटसन ने कमाल की बल्लेबाजी की थी लेकिन इस सीजन वह विफल रहे हैं।
फाफ डु प्लेसिस का बल्ला चला है लेकिन निरंतरता नहीं रही है। सुरेश रैना के साथ भी यह दिक्कत रही है। केदार जाधव के जाने के बाद पूरा भार अब अंबाती रायडू और कप्तान धोनी के जिम्मे आ गया है।