IPL: अस्त हो चुका है धोनी नाम का सूरज, बैटिंग पावरहाउस थाला की निकल चुकी है पावर
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। धोनी के कप्तानी रिकॉर्ड कमाल के हैं वहीं आईपीएल में भी उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है। लेकिन अब वह फीके हो चुके हैं।
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। धोनी के कप्तानी रिकॉर्ड कमाल के हैं वहीं आईपीएल में भी उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है। लेकिन, अब 40 साल के धोनी उम्र के इस पड़ाव पर बल्ले से पूरी तरह से फीके नजर आ रहे हैं। आलम ये है कि वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) जिन्होंने मात्र 3 टी-20 मुकाबले खेले हैं वो धोनी के लिए अबूझ पहेली बने हुए हैं।
वरुण चक्रवर्ती 3 बार धोनी को बोल्ड कर चुके हैं। पिछले दो IPL सीजन की बात करें तो धोनी ने कुल 24 मैच खेले जिसमें उनके नाम महज 252 रन हैं। धोनी के बल्ले से अंतिम बार फिफ्टी 21 अप्रैल 2019 को आई थी। साल 2020 में थाला धोनी की औसत 25 की थी तो इस बार उनकी औसत गिरकर 10.40 की रह गई है।
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ऐसा नहीं है कि धोनी तेजी से रन बनाने के चक्कर में आउट हो रहे हैं। बैटिंग पावरहाउस के नाम से जाने-जाने वाले धोनी का स्ट्राइक रेट भी काफी कम है। आईपीएल 2020 में जहां उनका स्ट्राइक रेट 116 का था जो इस बार गिरकर 108 का रह गया है। सीएसके की बल्लेबाजी लाइनअप में अगर कहीं कमी नजर आती है तो वह धोनी की बल्लेबाजी ही है।
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धोनी के बल्ले से बुरी तरह से फ्लॉप होने के पीछे की एक बड़ी वजह यह भी है कि वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद से टीम इंडिया के लिए उन्होंने नहीं खेला। वहीं डोमेस्टिक क्रिकेट भी धोनी नहीं खेलते हैं वो आजकल सिर्फ IPL ही खेलते हैं। जहां उनका सामना जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट जैसे दुनिया के तेजतर्रार गेंदबाजों से होता है। ऐसे में धोनी का अचानक से क्रिकेट खेलकर इन गेंदबाजों की धुलाई करना तकरीबन नामुमकिन टास्क है।