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एस बद्रीनाथ का खुलासा, चेन्नई सुपर किंग्स IPL 2008 में धोनी नहीं, इसे बनाना चाहती थी कप्तान

चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व बल्लेबाज एस बद्रीनाथ ने एक इंटरव्यू के दौरान हैरतअंगेज खुलासा करते हुए कहा है कि साल 2008 में आईपीएल के पहले सीजन के शुरू होने से पहले चेन्नई के लिए महेंद्र सिंह धोनी कप्तान बनने

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chennai super kings ipl 2020
chennai super kings ipl 2020 (BCCI)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Sep 12, 2020 • 01:06 PM

चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व बल्लेबाज एस बद्रीनाथ ने एक इंटरव्यू के दौरान हैरतअंगेज खुलासा करते हुए कहा है कि साल 2008 में आईपीएल के पहले सीजन के शुरू होने से पहले चेन्नई के लिए महेंद्र सिंह धोनी कप्तान बनने की पहली पसंद नहीं थे।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
September 12, 2020 • 01:06 PM

बद्रीनाथ ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स की मैनेजमेंट पूर्व भारतीय विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग को टीम का कप्तान बनाना चाहती थी। दूसरी तरफ सहवाग अपने घरेलू टीम दिल्ली कैपिटल्स(दिल्ली डेयरडेविल्स) के लिए खेलना चाहते थे जिसकी वजह से मैनेजमेंट को दूसरे विकल्प की तरफ जाना पड़ा। 

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बद्रीनाथ ने कहा कि चेन्नई की मैनेजमेंट ने फिर 2008 में आईपीएल की नीलामी में महेंद्र सिंह धोनी को 6 करोड़ में टीम में शामिल किया। भारत ने 2007 में उनकी कप्तानी में टी-20 वर्ल्ड कप जीता था जिसकी वजह से चेन्नई ने धोनी पर और भरोसा जताया।

बद्रीनाथ ने अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान ये कहा कि, "आईपीएल की शुरुआत साल 2008 में हुई और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए पहला विकल्प वीरेंद्र सहवाग थे। मैनेजमेंट ने सहवाग को खरीदने का पूरा मन बना लिया था लेकिन सहवाग ने कहा कि वो दिल्ली में पले-बढ़े है इसलिए वो अपनी घरेलू टीम से ही खेलना चाहते है।"

बद्रीनाथ ने आगे बातचीत करते हुए कहा कि," मैनेजमेंट ने सहवाग को जाने दिया। तब आईपीएल की नीलामी आई और चेन्नई को एक अच्छे खिलाड़ी की तलाश थी। भारत ने 2007 में ही धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता था इसलिए फ्रेंचाइजी ने उन्हें खरीद लिया।"

बद्रीनाथ ने कहा कि धोनी को टीम में शामिल करना एक यादगार फैसला था। वो एक जबरदस्त कप्तान, शानदार वीकेटकीपर और बेजोड़ फिनिशर है और वो अपने खेल को भली-भांति जानते है।

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