धवन-कोहली के बाद हार्दिक पांड्या ने खेली तूफानी पारी, भारत ने 6 विकेट की जीत के साथ किया सीरीज पर कब्जा
हार्दिक पांड्या बेशक गेंद से अपना योगदान नहीं दे पा रहे हों लेकिन बल्ले से वह टीम के लिए पूरी जान लगा रहे हैं। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एसीसीजी) पर रविवार को उन्होंने 22 गेंदों पर नाबाद 42 रनों की पारी
हार्दिक पांड्या बेशक गेंद से अपना योगदान नहीं दे पा रहे हों लेकिन बल्ले से वह टीम के लिए पूरी जान लगा रहे हैं। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एसीसीजी) पर रविवार को उन्होंने 22 गेंदों पर नाबाद 42 रनों की पारी खेल भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हारते हुए मुकाबले में छह विकेट से जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 195 रनों के लक्ष्य के सामने शिखर धवन (52) और कप्तान विराट कोहली (40) के आउट होने के बाद भारत हार की तरफ जाती दिख रही थी, लेकिन पांड्या और श्रेयर अय्यर (नाबाद 12) ने आखिरी तीन ओवरों में मैच का पासा पलट दिया।
18वें ओवर में अय्यर ने लेग स्पिनर एडम जाम्पा की गेंद पर एक चौका और एक छक्का लगाया। 19वें ओवर में पांड्या ने एंड्रयू टाई पर दो चौके मारे। आखिरी ओवर में भारत को 14 रन चाहिए थे। पांड्या ने पहली गेंद पर दो रन लिए और फिर दो छक्के लगा भारत को दो गेंद पहले ही लक्ष्य पार करा दिया।
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पांड्या ने कुल तीन चौके और दो छक्के मारे। अय्यर ने पांच गेंदों पर एक चौका और एक छक्का मारा।
मजबूत लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत को आक्रामक शुरुआत मिली। धवन और लोकेश राहुल ने 5.2 ओवरों में 56 रन जोड़े। टाई ने राहुल को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहली सफलता दिलाई। राहुल ने 22 गेंदों पर 30 रन बनाए।
दूसरे छोर से धवन ने अपना आक्रामक अंदाज जारी रखा, लेकिन अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन लेग स्पिनर जाम्पा की गेंद पर आउट हुए। धवन जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 95 रन था। धवन ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 36 गेंदों का सामना किया चार चौके औ दो छक्के लगाए
टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी अब कप्तान कोहली पर थी। उनके साथ संजू सैमसन को अपना नाम कमाने का अच्छा मौका नहीं मिला था। वह कोहली के साथ भारत को जीत दिला सकते थे, लेकिन स्वेप्सन की गेंद पर छक्का मारने के गए सैमसन सीमा रेखा पर स्टीव स्मिथ के हाथों लपके गए। सैमसन सिर्फ 15 रन ही बना पाए।
कोहली टीम को जीत के करीब ले जा रहे थे तभी डेनियल सैम्स की गेंद उनके बल्ले का किनारा ले वेड के दस्तानों में चली गई। कोहली ने 24 गेंदों पर दो चौके और दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाए।
कोहली का विकेट 149 के कुल स्कोर पर गिरा और यहां से अय्यर और पांड्या ने साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई।
इसी जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में पांच विकेट खोकर 194 रन बनाए थे।
नियमित कप्तान एरॉन फिंच इस मैच में नहीं खेले थे। उनके स्थान पर वेड टीम की कप्तानी कर रहे थे। वेड ने सलामी बल्लेबाजी की और 58 रनों की कप्तानी पारी खेलते हुए टीम के मजबूत स्कोर की बुनियाद रखी।
उनके दूसरे सलामी जोड़ीदार डी आर्की शॉर्ट (9) कुछ खास योगदान नहीं दे सके। 47 के कुल स्कोर पर टी. नटराजन ने उन्हें आउट किया। वेड 75 के कुल स्कोर पर रन आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का मारा।
उनके बाद आने वाले हर बल्लेबाज, खासकर स्मिथ (46) ने तेजी से रन बनाए।
ग्लैन मैक्सवेल ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 13 गेंदों पर 22 रन बनाए। वह 120 के कुल स्कोर पर शार्दूल ठाकुर की गेंद पर आउट हुए।
स्मिथ और मोइजेज हेनरिक्स ने फिर टीम के स्कोरबोर्ड को अच्छे से चलाया। दोनों बल्लेबाज आक्रामकता के साथ खेल रहे थे। चौथे विकेट के लिए इन दोनों ने 48 रन जोड़े। स्मिथ 18वें ओवर की पांचवीं गेंद पर युजवेंद्र चहल की गेंद पर पांड्या द्वारा लपके गए। उन्होंने 38 गेंदें खेली और तीन चौके तथा दो छक्के लगाए।
नटराजन ने हेनरिक्स को अपना दूसरा शिकार बनाया। हेनरिक्स ने 18 गेंदों पर 26 रन बनाए। मार्कस स्टोइनिस सात गेंदों पर एक छक्के की मदद से 16 रन बनाकर नाबाद रहे। डेनियल सैम्स भी तीन गेंदों पर आठ रन बनाकर नाबाद लौटे।
भारत के लिए नटराजन काफी किफायती साबित हुए। अपने कोटे के चार ओवरों में नटराजन ने सिर्फ 20 रन दिए और दो विकेट लिए।
चहल काफी महंगे साबित हुए। चार ओवरों में लेग स्पिनर ने 51 रन खर्च करते हुए सिर्फ एक विकेट लिया। दीपक चाहर ने चार ओवरों में 48 रन दिए।