'हां, वो अकेला खेला अकेला जीता' थाला फैन पर भड़के हरभजन सिंह; ऐसे दिखाया गुस्सा
WTC Final में मिली हार के बाद सोशल मीडिया पर फैंस पूर्व कप्तान धोनी को याद कर रहे हैं। इसी बीच हरभजन सिंह ने एक फैन के ट्वीट का रिप्लाई करके सुर्खियां बटोरी हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपयिनशिप के फाइनल में रविवार (11 जून) को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों से हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस महामुकाबले में भारत को मिली हार के बाद भारतीय फैंस भड़क गए और सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया। इसी बीच फैंस को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की याद भी आई जिनकी अगुवाई में भारत ने टी20 वर्ल्ड कप से लेकर वनडे वर्ल्ड कप तक अपने नाम किया।
इसी बीच एक यूजर ने ट्वीट करके अपना गुस्सा जाहिर किया और अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए धोनी की खूब तारीफ की। यूजर ने लिखा, 'कोई कोच नहीं, कोई मेंटर नहीं, युवा लड़का... ज्यादातर सीनियर खिलाड़ियों ने खेलने से मना कर दिया था। इससे पहले कभी कप्तानी भी नहीं की थी। इस लड़के (धोनी) ने टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में प्राइम ऑस्ट्रेलिया को हराया था और कप्तान बनने के बाद 48 दिनों में वर्ल्ड कप जीता।
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Yes when these matches were played this young boy was playing alone from india.. not the other 10 .. so alone he won the World Cup trophies .. irony when Australia or any other nation win the World Cup headlines says Australia or etc country won. But when indian wins it’s said… https://t.co/pFaxjkXkWV
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) June 11, 2023
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह यूजर के ट्वीट से खुश नहीं दिखे। हरभजन सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए रिट्वीट करके फैन को अपना गुस्सा दिखाया है। उन्होंने लिखा, 'हां जब ये मैच खेले गए तो यह युवा लड़का भारत से अकेला खेल रहा था, अन्य 10 नहीं। अकेले ही उसने वर्ल्ड कप ट्राफियां जीतीं। विडंबना यह है कि जब ऑस्ट्रेलिया या कोई अन्य देश विश्व कप जीतता है तो हेडलाइंस कहती हैं कि ऑस्ट्रेलिया या ये देश जीता। लेकिन जब भारतीय जीतता है तो कहा जाता है कि कप्तान जीत गया। यह एक टीम खेल है। एक साथ जीता जाता है एक साथ हारा जाता है।'
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बात करें अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की तो ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत हासिल करने के लिए 444 रनों का लक्ष्य रखा था। भारतीय टीम को पांचवें दिन लक्ष्य हासिल करने के लिए 280 रन बनाने थे और उनके हाथ में 7 विकेट बचे थे, लेकिन पांचवां दिन का खेल भारतीय टीम के लिए किसी बुरे सपने की तरह रहा। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों के सामने भारतीय बल्लेबाज़ बेबस नज़र आए और दिन के पहले सेशन में ही पूरी भारतीय टीम घुटने पर आ गई। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 209 से जीतकर अपने नाम कर लिया।