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'मंकीगेट स्कैंडल' पर पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने दिया बड़ा बयान ,बोले लगा था कि हरभजन गलत हैं

नई दिल्ली, 1 अगस्त | भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने 2008 के आस्ट्रेलिया दौरे पर हुए मंकीगेट स्कैंडल को याद किया है जिसने क्रिकेट की दो महाशक्तियों के संबंधों में खटास ला दी थी। भारत के

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Anil Kumble
Anil Kumble (IANS)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Aug 01, 2020 • 06:37 PM

नई दिल्ली, 1 अगस्त | भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने 2008 के आस्ट्रेलिया दौरे पर हुए मंकीगेट स्कैंडल को याद किया है जिसने क्रिकेट की दो महाशक्तियों के संबंधों में खटास ला दी थी। भारत के उस आस्ट्रेलिया दौरे पर सिडनी टेस्ट मैच गलत खबरों के कारण सुर्खियों में रहा था। यह मैच एक ओर जहां अंपयारिंग में हुई गलतियों के लिए भी जाना जाता है तो वहीं इससे बड़ी खबर मंकीगेट मामले से निकली थी जिसमें हरभजन और एंड्रयू साइमंड्स शामिल थे।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
August 01, 2020 • 06:37 PM

साइमंड्स और हरभजन के बीच हुए विवाद को लेकर सुनवाई भी हुई थी जिसके बाद हरभजन बैन लगा दिया गया था। उस समय भारतीय टीम के कप्तान कुंबले ने अब उस पूरे मामले को याद किया है और कहा है कि हरभजन की गलती थी और यह बात ड्रेसिंग रूम में भी कई लोग मान रहे थे।

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कुंबले ने टेस्ट टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब शो पर कहा, "एक कप्तान के तौर पर आपको मैदान पर फैसले लेने होते है। मैंने वहां ऐसी चीज का सामना किया था जो मैदान के बाहर थी, मुझे खेल के हित में फैसला लेना था।"

उन्होंने कहा, "हमारा एक खिलाड़ी नस्लीय टिप्पणी के लिए तीन मैचों के लिए बैन हो चुका था। यही फैसला सुनाया गया था और फिर हमने अपील की थी। मुझे लगा था कि वह गलत हैं।"

उन्होंने कहा, "हमें एक टीम के तौर पर निश्चित तौर पर एक साथ रहना था, लेकिन चुनौती यह थी कि ऐसी चर्चा थी कि टीम वापस जाना चाहती है, टीम टूर को बीच में छोड़कर वापस जाना चाहती है।"

पूर्व कप्तान ने कहा, "आप जानते हैं कि फिर लोग कहते कि भारतीय टीम गलत थी इसलिए वो वापस आ गई।"

कुंबले ने कहा कि टीम का एक हिस्सा वापस जाना चाहता था लेकिन सीनियर खिलाड़ियों ने टीम को एक साथ रखने में अहम रोल निभाया और इसने सीरीज के आखिरी दो मैचों में सकारात्मक परिणाम हासिल करने में मदद की।

पूर्व कोच ने कहा, "एक कप्तान के तौर पर, एक टीम के तौर पर हम वहां सीरीज जीतने गए थे। दुर्भाग्यवश पहले दो मैचों के परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहे थे इसलिए सीरीज का सर्वश्रेष्ठ परिणाम हमारे लिए ड्रॉ हो सकता था। मैं भाग्यशाली था कि मेरे साथ सीनियर खिलाड़ी, दो पूर्व कप्तान टीम में थे।"

शुरुआती दो मैच हारने के बाद भारत ने पर्थ में खेले गए तीसरे मैच में जीत हासिल की थी, लेकिन चौथा मैच ड्रॉ हो जाने के कारण आस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-1 से जीत ली थी।

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