Anil kumble
नेट्स पर गेल को आउट करने के बावजूद कोई सराहना नहीं मिलने से निराश थे अश्विन
भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच चेपॉक में वनडे मैच हो रहा था, जो बाद में 2011 में होने वाले वनडे विश्व कप की तैयारी का हिस्सा था। मुझे दोनों टीमों के लिए नेट्स में गेंदबाज़ी करने के लिए कहा गया। अंतर्राष्ट्रीय टीमें स्थानीय गेंदबाज़ों को नेट्स में गेंदबाज़ी करने के लिए बुलाती हैं, क्योंकि वे मैच से पहले अपने गेंदबाज़ों को थकाना नहीं चाहते थे। मेरे लिए एक अंतर्राष्ट्रीय टीम के लिए नेट गेंदबाज़ के तौर पर पहला ऐसा निमंत्रण था।
मैं क्रिस गेल, ब्रायन लारा, मेरे हीरो सचिन तेंदुलकर और भारतीय क्रिकेट के मौजूदा स्टार एमएस धोनी को गेंदबाज़ी करने के लिए उत्साह से भर गया था। मैंने पढ़ा था कि कैसे इमरान खान ने वक़ार यूनुस को घरेलू क्रिकेट खेलने से पहले ही नेट्स में गेंदबाज़ी करते देख, अपनी टीम में शामिल कर लिया था। पापा ने मुझे बताया था कि कैसे के श्रीकांत ने एक स्थानीय मैच में सुनील गावस्कर को प्रभावित किया था, और इसी तरह वह भारतीय टीम में पहुंचे थे। ये विचार मेरे दिमाग़ में भी था। मैं उन खिलाड़ियों को असल में गेंदबाज़ी करने जा रहा था जिनके साथ और जिनके ख़िलाफ़ खेलने का मैंने सपना देखा था।