आपने ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट में क्रिस वोक्स को टूटे कंधे के साथ खेलते हुए जरूर देखा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि वोक्स के अलावा भी कई क्रिकेटर्स ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपनी टीम के लिए जान की बाज़ी लगा दी और जरूरत पड़ने पर क्रिकेट के मैदान पर खेलने के लिए उतरे, तो चलिए आपको उन पांच क्रिकेटर्स के बारे में बताते हैं जिन्होंने अपने दर्द को बहादुरी में तब्दील कर दिया।
5. मैल्कम मार्शल - वेस्टइंडीज (1984)
मैल्कम मार्शल को क्रिकेट जगत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता था। साल 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई में टेस्ट मैच खेला जा रहा था और इस टेस्ट के दौरान फील्डिंग करते हुए मार्शल का बायां अंगूठा दो जगह से टूट गया था और डॉक्टर्स ने उन्हें 10 दिन तक आराम करने की सलाह दी थी लेकिन जब उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ बल्लेबाजी में जरूरत पड़ी तो उन्होंने बाएं हाथ में प्लास्टर लगाकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और मार्शल की बहादुरी की बदौलत लैरी गोम्स ने शतक जड़ा। बाद में, इस पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे बढ़कर आक्रमण का नेतृत्व किया और अपनी टीम को गेंद से मैच जिताने में मदद की। मैल्कम मार्शल ने 53 रन देकर 7 विकेट लेकर अकेले ही मैच और सभी क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया।