बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह की स्टेटमेंट है- आईपीएल 2024 'पूरी तरह' से भारत में ही आयोजित किया जाएगा। इस सीजन के लिए, ऐसी स्टेटमेंट देने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि ये देश में आम चुनाव का साल है और संयोग से चुनाव उन्हीं दिनों में होते हैं जब आईपीएल खेलते हैं। इसलिए, आईपीएल के लिए कई इंतजाम, ख़ास तौर पर सुरक्षा एजेंसियों से मिलने वाली मदद में दिक्कत आती है- ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या भारत में आईपीएल खेल पाएंगे? बीसीसीआई भी चुनाव की तारीखों को नजरअंदाज नहीं कर सकता- तभी तो, आईपीएल 2024 शुरू होने में कुछ ही घंटे बचे हैं पर टूर्नामेंट का सिर्फ पहले दो हफ्ते का प्रोग्राम घोषित हुआ है।
ये आईपीएल के लिए, ऐसा पहला सीजन नहीं जब देश के आम चुनाव से टकराव है। 2009, 2014 और 2019 में भी यही हुआ था। इस हर सीजन में, आईपीएल खेलने के सवाल का अलग जवाब ढूंढा गया पर सबसे ज्यादा दिक्कत 2009 में आई थी- आईपीएल को शुरू हुए सिर्फ एक साल हुआ था और बीसीसीआई को तब इस सवाल से निपटने का कोई पुराना अनुभव नहीं था। तब जो हुआ वह अपनेआप में एक केस स्टडी है पर बड़ा मजेदार किस्सा।
अब सब जानते हैं कि 2009 में आम चुनाव के कारण आने वाली दिक्कतों को देखते हुए, आईपीएल को भारत से बाहर साउथ अफ्रीका ले गए थे पर स्टोरी ये है कि इस फैसले तक कैसे पहुंचे? इस ट्रांसफर से जो विवाद बने उन्हें अगर एक तरफ कर दें तो सच ये है कि आईपीएल को साउथ अफ्रीका में खेलने से इसे एक ग्लोबल पहचान दिलाने में बड़ी मदद मिली थी और विदेशी बाजार का रास्ता खुला।