गौतम गंभीर ने अपने प्यारे दोस्त को ट्विटर पर लताड़ा, जरूर जानें
मार्च 01, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर के मामले पर खेल जगत और बॉलीवुड समेत कई दिग्गज हस्तियों का बयान जारी है। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट किए कुछ ही समय हुए थे कि टीम
मार्च 01, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर के मामले पर खेल जगत और बॉलीवुड समेत कई दिग्गज हस्तियों का बयान जारी है। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट किए कुछ ही समय हुए थे कि टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपनी राय रख दी। उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी की बात करते हुए गुरमेहर कौर को सही ठहराया। वेस्टइंडीज के भीमकाय क्रिकेटर रहकीम कॉर्नवाल की ये कहानी आपको चकित कर देगी..
गौतम गंभीर ने अपने ट्विटर पेज से एक वीडियो जारी कर कहा है कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है। इस बात को समझने की जरूरत है और इसे हर दिन जीवन के सभी क्षेत्र में अपनाना है। उन्होंने गुरमेहर कौर की राष्ट्रीयता पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि किसी को भी ऐसा करने का अधिकार नहीं है।
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आपको बता दे कि गौतम गंभीर के पेज से ट्वीट हुए वीडियो में सेना के जवानो के साथ गुरमेहर कौर की भी तस्वीर डाली गई है। इस वीडियो में लिखा गया है कि मैं अपनी सेना का बेहद सम्मान करता हूं। भारत देश और देशवासियों के लिए उनकी सेवा बेजोड़ है। हाल की घटनाओं से मैं आहत हूं। हम स्वतंत्र देश में रहते हैं जहां सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है। अगर कोई शहीद की बेटी शांती के उद्देश्य के लिए पोस्ट लिखती है तो यह उसका अधिकार है। ऐसे मौके पर लोगों को खुद को देशभक्त साबित करने की जरूरत नहीं है। और न ही उस लड़की को किसी गैंग के सामने देशभक्ति साबित करने की कोई जरूरत है। एक नागरिक होने के नाते उसे अपनी राय रखने का अधिकार है। लोग उस लड़की की राय से सहमत असहमत हो सकते हैं। पर किसी को उसे गलत साबित करने का अधिकार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि गौतम गंभीर ने अपने इस वीडियो में गुरमेहर कौर का समर्थन करते हुए अपने साथी क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग पर निशाना साधा है जिन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा था कि तिहरा शतक उन्होंने नहीं बल्कि उनके बल्ले ने बनाया था।
हालांकि सहवाग ने फिर से ट्वीट कर कहा कि उनका इरादा किसी को परेशान करने का नहीं था। सहमति और अहसमति कोई मुद्दा नहीं था। इस देश में किसी को भी अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है।
गौरतलब है कि ये मामला उस वक्त शुरू हुआ जब लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा और कारगिल की लड़ाई में मारे गए एक सैन्य अधिकारी की बेटी गुरमेहर कौर ने फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदल दी। मार्टिन गुप्टिल ने वनडे क्रिकेट में किया कमाल, ऐसा कर सभी दिग्गजों को पछाड़ा
22 फरवरी 2017 गुरमेहर एक पोस्टर के साथ दिख रही थी। इसमें उन्होंने लिखा था- मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती हूं। मैं अकेली नहीं हूं। भारत का हर छात्र मेरे साथ है। उन्होंने हैशटैग कर लिखा- #StudentAgainstABVP#
इसके बाद सोशल मीडिया पर कई छात्राओं ने #StudentAgainstABVP# के हैशटैग के साथ ऐसा ही संदेश लिखकर अपनी तस्वीर डालनी शुरू की। लेकिन असली बवाल गुरमेहर की उस तस्वीर पर मचा जिसमें उन्होंने अंग्रेजी में लिखा पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा, बल्कि जंग ने मारा है।
आगे की स्लाइड में देखें गुरमेहर मामले पर गौतम गंभीर का वीडियो
The freedom of expression is absolute and equal for all!
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 1, 2017
High time we learnt that and practised it daily in every sphere of life. pic.twitter.com/iMfIanQyh1