'मैक्सवेल टेस्ट क्रिकेट खेलना डिजर्व नहीं करते', रिकी पोंटिंग के बयान से मचा बवाल
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने ग्लेन मैक्सवेल को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिससे मैक्सवेल के फैंस काफी नाखुश हैं।
ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने जिस तरह से पिछले कुछ समय में व्हाइट बॉल क्रिकेट में परफॉर्म किया है उसे देखकर उनके फैंस अब उन्हें अब टेस्ट क्रिकेट में भी देखने के लिए उत्साहित हैं। खुद मैक्सवेल भी टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा जता चुके हैं लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिलना फिलहाल काफी मुश्किल नजर आ रहा है और अगर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग की मानें तो ग्लेन मैक्सवेल टेस्ट टीम में मौका दिया जाना डिजर्व ही नहीं करते हैं।
पोंटिंग का मानना है कि मैक्सवेल को टेस्ट क्रिकेट में मौका मिलना तभी संभव है जब वो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वापसी करें और अच्छा प्रदर्शन करें। मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों वाली टीम के नियमित खिलाड़ी हैं लेकिन एक सच ये भी है कि उन्हें टेस्ट में केवल कुछ ही मौके मिले हैं। मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अभी तक सिर्फ सात टेस्ट मैच ही खेले हैं जिनमें से आखिरी टेस्ट सितंबर 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ आया था। टेस्ट क्रिकेट में मैक्सवेल का औसत 26.07 का है और उनके बल्ले से 339 रन निकले हैं।
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चैनल 7 पर बोलते हुए, पोंटिंग ने मैक्सवेल के दोबारा टेस्ट क्रिकेट खेलने की संभावना पर दो टूक राय दी। उन्होंने कहा, "कोई भी तब तक मौके का हकदार नहीं है जब तक कि आपके पीछे प्रथम श्रेणी रनों का ट्रक न हो। मैं नहीं मानता, वो इसके लायक नहीं है। लेकिन अगर उसे वापस जाने और कुछ प्रथम श्रेणी रन बनाने का मौका मिलता है तो वो जबरदस्ती वापस के जरिए अंदर आ सकता है।"
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मैक्सवेल का सबसे हालिया प्रथम श्रेणी मैच जुलाई 2023 में वार्विकशायर के लिए था। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने केंट के खिलाफ 67 गेंदों में 81 रन बनाए थे, जिससे उनकी टीम को एक पारी और 46 रनों से मैच जीतने में मदद मिली थी। हालांकि, मैक्सवेल के प्रथम श्रेणी में अच्छे आंकड़े हैं, उन्होंने 69 मैचों में बल्ले से 39.49 के औसत से 4,147 रन बनाए हैं। ऐसे में अगर मैक्सवेल को लगातार टेस्ट क्रिकेट में मौके दिए जाएं तो वो इस फॉर्मैट में भी धमाल मचा सकते हैं और यही कारण है कि सोशल मीडिया पर फैंस रिकी पोंटिंग के बयान से असहमति जता रहे हैं।