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'कप्तानी दोस्त को दुश्मन बना देती है', थाला धोनी के कारण चिन्ना थाला सुरेश रैना नहीं बने कप्तान

सुरेश रैना ने लंबे समय तक क्रिकेट खेला, लेकिन इस दौरान उन्होंने कभी भी कप्तान बनने की इच्छा जाहिर नहीं की। सुरेश रैना ने इसके पीछे की वजह बताई है।

Nishant Rawat
By Nishant Rawat June 28, 2023 • 15:20 PM
'कप्तानी दोस्त को दुश्मन बना देती है', थाला धोनी के कारण चिन्ना थाला सुरेश रैना ने नहीं बने कप्तान
'कप्तानी दोस्त को दुश्मन बना देती है', थाला धोनी के कारण चिन्ना थाला सुरेश रैना ने नहीं बने कप्तान (Image Source: Google)
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भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज़ सुरेश रैना महेंद्र सिंह धोनी के काफी करीबी दोस्त हैं। मैदान पर धोनी और रैना का याराना कई खिलाड़ियों के लिए मिसाल है। लेकिन, यह सिर्फ कहने वाली बाते ही नहीं हैं असल जिंदगी में भी सुरेश रैना थाला धोनी को काफी ऊपर रखते हैं। हाल ही में रैना ने अपने करियर से जुड़ा एक ऐसा किस्सा शेयर किया है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे और धोनी-रैना की दोस्ती को दोस्ती की मिसाल कहेंगे।

सुरेश रैना ने जियो सिनेमा के शो होम ऑफ हीरोज पर बातचीत करते हुए यह किस्सा शेयर किया है। दरअसल, रैना ने बताया है कि कैसे उनके करियर के दौरान उन्हें कई कप्तानी के ऑफर मिले, लेकिन उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के लिए इन सब ऑफर को ठुकरा दिया।

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रैना ने कहा, 'मैंने उत्तर प्रदेश और चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी की है। मुझे कई दूसरी टीमों से भी कप्तानी के लिए ऑफर मिले थे, लेकिन धोनी भाई कहते थे तू कहीं मत जा। मैं कैप्टन हूं, तू वाइस कैप्टन है। मैंने उनसे कहा मुझे कप्तान बनने की चाहत नहीं हैं। मैं बस खेलना चाहता हूं और अपने देश को मैच में जीत  दिलवाना चाहता हूं। अगर मुझे मौका मिलता है, तो इसके लिए मैं कड़ी मेहनत करूंगा, लेकिन कभी मैं ऐसी किसी चाहत के पीछे नहीं भागा।'

इस दिग्गज बल्लेबाज़ ने कप्तानी पर अपना मत भी रखा। सुरेश रैना का मानना है कि कप्तानी एक ऐसी चीज है जिसके मिलने के बाद आप आपका दोस्त आपका दुश्मन और आपका दुश्मन आपका दोस्त बन सकता है। रैना ने कहा, 'मेरा मानना है कि मैं एक टीम प्लेयर था। मुझे लगता है कि कप्तान बनने से आपके दोस्त आपके दुश्मन और आपके दुश्मन आपके दोस्त बन जाते हैं।'

रैना बोले, 'जब मुझे वेस्टइंडीज दौरेे के लिए टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था, तब मैं सारी रात सोया नहीं था क्योंकि पूरी रात मैं टीम सेलेक्शन के बारे में सोच रहा था। कई सीनियर प्लेयर ने मुझे अपनी राय दी, लेकिन मैंने यह सोच लिया था कि मैं प्लेइंग इलेवन पिच और कंडीशन देखकर ही तय करूंगा। मैं सभी खिलाड़ियों की इज्जत करूंगा और सभी की राय भी सुनूंगा। अंत में मैं इस टीम का कप्तान हूं और मैं बस देश को ट्रॉफी जीताना चाहता हूं।'

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बता दें कि सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 मुकाबले खेले हैं। इतना ही नहीं, रैना मिस्टर आईपीएल के नाम से मशहूर हैं। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने दुनिया की सबसे मुश्किल टी20 लीग में 205 मैचों खेलकर कुल 5528 रन बनाए हैं। रैना उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने तीनों ही फॉर्मेट में देश के लिए शतक ठोका है। रैना ने भारतीय टीम की अगुवाई की है। वहीं वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात जायंट्स को भी लीड कर चुके हैं।


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